Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

IPS पिता को देख जागी इच्‍छा, बेटी ने IPS अफसर बनकर दिखाया

रायपुर (छत्तीसगढ़) निवासी आइपीएस अधिकारी विजय चौबे बेटी श्वेता को डाक्टर या इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन श्वेता तो कुछ और ही सपना देख रही थी। उसने भी मन ही मन पुलिस अधिकारी बनने की ठान ली।

By sunil negiEdited By: Updated: Tue, 12 Apr 2016 05:00 AM (IST)
Hero Image

हरिद्वार [महेश पांडे] : रायपुर (छत्तीसगढ़) निवासी आइपीएस अधिकारी विजय चौबे बेटी श्वेता को डाक्टर या इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन श्वेता तो कुछ और ही सपना देख रही थी। वह देखती थी कि पिता से मिलने उनके कार्यालय के बाहर ही नहीं, घर पर भी लाइन लगी रहती है। सो, उसने भी मन ही मन पुलिस अधिकारी बनने की ठान ली। 12वीं करने के बाद वर्ष श्वेता ने 1997 में दिल्ली से बीए और फिर 1999 में मनोविज्ञान से एमए किया।

एमफिल करने के बाद वह जेएनयू में लेक्चरर पद पर नियुक्त हो गईं। साथ ही पीएचडी के लिए भी चयन हो गया, लेकिन पुलिस अफसर बनने का सपना नहीं छोड़ा। करीब आठ महीने पढ़ाने के बाद 2002 में उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के लिए आवेदन किया और 2005 में आइपीएस चुन ली गईं। वर्तमान में श्वेता चौबे हरिद्वार में एसपी ट्रैफिक के पद पर तैनात हैं। साथ ही अर्द्धकुंभ में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं।
19 अक्टूबर 1976 को जन्मी श्वेता चौबे ने 2010 में सीओ ट्रैफिक (हरिद्वार) के पद पर रहते हुए अपने कार्य का लोहा मनवाया।

नतीजा अर्द्धकुंभ-2016 के लिए शासन ने पुरुष अधिकारियों को दरकिनार कर उन्हें एसपी यातयात की जिम्मेदारी सौंप दी। अब वह पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के साथ ही अर्द्धकुंभ में यातायात की कमान भी बखूबी संभाले हुए हैं। खुद सड़कों पर उतरकर यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने में जुटे रहना उनकी कार्यप्रणाली का हिस्सा है। जिसने उन्हें एक कर्तव्यनिष्ठ अफसर के रूप में पहचान दी है। कहती हैं, पिता की इच्छा के विपरीत यहां तक पहुंचने में मां पूनम चौबे का काफी सहयोग रहा, जो कि गृहणी हैं।

वह अपने परिवार व रिश्तेदारी में पहली महिला पुलिस अधिकारी हैं। बताती हैं कि पुलिस सेवा में आने के बाद कई युवतियां उनसे फोन पर भविष्य को लेकर टिप्स लेती रहती हैं।
ज्ञात हो कि वर्ष 2006 में श्वेता चौबे को देहरादून में पहली पोस्टिंग सीओ सदर व यातायात के रूप में मिली। इसके बाद उन्होंने सीओ मसूरी, सीओ डालनवाला, सीओ यातायात की जिम्मेदारी भी संभाली। वर्ष 2007 में वह हरिद्वार में सीओ यातायात रहीं और कुंभ 2010 में उन्हें सीओ यातायात का जिम्मा सौंपा गया। सितंबर 2015 में उनका तबादला एसपी सिटी के पद नैनीताल हो गया।

समर्पित पत्नी, जिम्मेदार मां
श्वेता चौबे का विवाह 2006 में आइपीएस अधिकारी मणीकांत मिश्रा के साथ हुआ। वर्तमान में उनके दो बच्चे हैं। बेटी मान्या नौ साल की और बेटा अदवित साढ़े तीन साल का। कहती हैं ड्यूटी के बाद जितना भी समय मिलता है, वह परिवार के बीच हंसी-खुशी गुजरता है।
पढ़ें:-काली मां ने यहां किया था रक्तबीज का संहार, पढ़ें खबर

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर