आठ साल में नहीं बना कई गांव को जोड़ने वाला पुल
वर्षों से पथरी क्षेत्र के सुकरासा गांव के पास क्षतिग्रस्त पड़े पुल के कारण ग्रामीणों को आवाजाही करने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण हर चुनाव में पुल बनाने की मांग करते हैं।
By Edited By: Updated: Tue, 09 Apr 2019 01:22 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़े पुल के कारण ग्रामीणों को आवाजाही करने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण हर चुनाव में पुल बनाने की मांग करते हैं, लेकिन वादों के बाद भी आज तक पुल निर्माण का सपना पूरा नहीं हो पाया है। जिसके कारण दर्जनों गांव के हजारों ग्रामीणों को बीस किलोमीटर का अधिक का चक्कर लगाकर हरिद्वार पहुंचना पड़ रहा है। अब एक बार फिर से चुनाव में ग्रामीण पुल को मुद्दा बना रहे हैं।
पथरी क्षेत्र के सुकरासा गांव के पास वर्ष 2010 में लगभग एक करोड़ की लागत से सुकरासा, धनारपुर, ऐथल, बुक्कनपुर, सुभाषगढ़ आदि दर्जनों गांवों को जोड़ने के लिए नदी पर पुल का निर्माण कराया गया था। पुल निर्माण होने से ग्रामीण सीधे हरिद्वार पहुंच जाते हैं। जिससे ग्रामीणों का करीब बीस किलोमीटर का अतिरिक्त सफर बच जाता था, लेकिन वर्ष 2012 में ही नदी में पानी आने से पुल टूट गया। इससे ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया। पुल निर्माण के लिए ग्रामीणों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकार से मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके कारण ग्रामीणों को बीस किलोमीटर अतिरिक्त चलकर हरिद्वार शहर पहुंचना पड़ रहा है। क्षेत्र के नसीम, प्रधान हारुन, संजय सरदार, अमित चौहान ने बताया कि यह मुद्दा चुनाव में जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों के नेताओं के सामने उठाया जा रहा है, ताकि पुल बनाने की मांग पूरी हो सके।
यह भी पढ़ें: सुध ही नहीं: बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे सुमन नगर के नागरिकयह भी पढ़ें: डेढ़ घंटे की बारिश ने खोल दी नौ करोड़ की नालियों की पोल
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।