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ESI Hospital: हरिद्वार में 287 करोड़ की लागत से बनेगा 300 बेड का अस्पताल, होंगे छह आपरेशन थियेटर

सिडकुल क्षेत्र में 287 करोड़ की लागत से 300 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा। इसमें 50 सुपर स्पेशलिटी बेड होंगे। पांच एकड़ में बनने वाले इस सात मंजिला अस्पताल में कार्डियोलाजी डायलिसिस बेड की सुविधा के साथ नेफ्रोलाजी कीमोथेरेपी बेड युक्त ओन्कोलाजी समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Fri, 10 Sep 2021 09:40 PM (IST)
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हरिद्वार में 287 करोड़ की लागत से बनेगा 300 बेड का अस्पताल।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। ESI Hospital कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) की ओर से सिडकुल क्षेत्र में 287 करोड़ की लागत से 300 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा। इसमें 50 सुपर स्पेशलिटी बेड होंगे। पांच एकड़ में बनने वाले इस सात मंजिला अस्पताल में कार्डियोलाजी, डायलिसिस बेड की सुविधा के साथ नेफ्रोलाजी, कीमोथेरेपी बेड युक्त ओन्कोलाजी समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। ब्लड बैंक के अलावा छह आपरेशन थियेटर भी इस अस्पताल में होंगे। अस्पताल में भूतल समेत दस मंजिला पार्किंग भी होगी।

शुक्रवार को सिडकुल थाने के समीप बनने वाले अस्पताल की साइड का निरीक्षण करते पहुंचे केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अस्पताल का निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग करा रहा है। इसके लिए 30 करोड़ की धनराशि भी जारी कर दी गई है। 15 नवंबर तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। 24 नवंबर से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अस्पताल निर्माण में 22 महीने का वक्त लगेगा। हालांकि कोशिश जल्दी निर्माण कार्य पूरा कराने की होगी।

उन्होंने बताया कि नया श्रमिक कानून सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाला है। इसके तहत देश का हर जिला ईएसआइसी के अंतर्गत होगा। बताया कि शुक्रवार को ऋषिकेश में आयोजित कर्मचारी राज्य बीमा निगम की बोर्ड बैठक में एक अहम निर्णय लिया गया है। इसके तहत यदि किसी ईएसआइ अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है तो संबंधित मर्ज के मरीज स्वत: ही हायर सेंटर रेफर हो जाएंगे। जहां ईएसआइ अस्पताल नहीं है, वहां आयुष्मान योजना के माध्यम से लाभ लिया जा सकता है।

उनका कहना है कि पर्यावरण मंत्रालय व्यवधान नहीं समाधान के लिए बना है। अगर राज्य में किसी परियोजना में वन और पर्यावरणीय बाधा है तो उसका मिल बैठकर समाधान निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अस्पताल निर्माण से कार्मिकों को खासी सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर में संचालित 100 बेड के ईएसआइ अस्पताल में डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की ओर केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया। साथ ही, राज्य सरकार स्तर से अस्पताल संचालन की मांग की। इस पर केंद्रीय मंत्री ने डाक्टर और स्टाफ की कमियां दूर करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय मंत्री ने देहरादून और काशीपुर में प्रस्तावित सौ-सौ बेड के ईएसआइ अस्पताल के लिए जल्द से जल्द भूमि चयन की प्रक्रिया पूर्ण करने को कहा। इस दौरान उन्होंने कोटद्वार और खटीमा में भी जल्द ईएसआइ अस्पताल का आश्वासन दिया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से शुरू किए गए ई श्रमिक पोर्टल पर अब तक 20 लाख श्रमिक पंजीकरण करा चुके हैं। वन नेशन वन राशन कार्ड योजना पर भी तेजी से काम चल रहा है। अकुशल श्रमिकों को एक साल तक जीवन बीमा का लाभ दिए जाने की भी योजना है। केंद्रीय श्रम मंत्री ने मुख्यमंत्री से करियर और रोजगार मेला लगाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि श्रम मंत्रालय इसमें सहयोग करेगा।

उन्होंने बताया कि 12 सितंबर 2019 को प्रधानमंत्री ने व्यापारियों के लिए पेंशन योजना शुरू की थी। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। कार्यक्रम को केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली, प्रदेश के श्रम मंत्री डा. हरक सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, महापौर अनिता शर्मा, विधायक आदेश चौहान, सुरेश राठौर, शिवालिक नगर पालिकाध्यक्ष राजीव शर्मा, विशेष सचिव अनुराधा प्रसाद आदि मौजूद रहे।

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कोविड रिलीफ योजना के लाभार्थियों को वित्तीय सहायता

कार्यक्रम में कोविड रिलीफ योजना के लाभार्थियों को वित्तीय सहायता भी दी गई। इसमें प्रिया थापा, कविता राणा, रामभरोसे, ममता देवी समेत कई लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया गया।

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