Move to Jagran APP

Haridwar: घंटों जलविहीन रही हरकी पैड़ी, भक्‍त और सैलानी हुए निराश; जब नदी में फूटी जल की धार तो खिले चेहरे

Ganga Bandi गंगनहर बंद होने से हरिद्वार में हर की पौड़ी और आसपास के घाटों पर पानी नहीं है। श्रद्धालुओं को स्नान और कर्मकांड करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बाद में अविरल धारा से हरकी पैड़ी पर दो से ढाई फुट जल पहुंचाया गया। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंगनहर को साफ-सफाई और मरम्मत के लिए 20 दिनों के लिए बंद कर दिया है।

By Anoop kumar singh Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 13 Oct 2024 06:42 PM (IST)
Hero Image
Ganga Bandi: अविरल धारा से हरकी पैड़ी पर दो से ढाई फुट जल पहुंचाया गया। जागरण
जागरण संवाददाता,हरिद्वार। Ganga Bandi: हरिद्वार में गंगनहर को आगामी 20 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। विजयदशमी की रात से बंद हुई गंगनहर के कारण हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा घाट जलविहीन हो गए। श्रद्धालुओं को दिक्कत हुयी। हालांकि संध्याकालीन गंगा आरती से पहले शाम चार से साढ़े चार बजे के बीच बांध बनाकर अविरल धारा से हरकी पैड़ी पर दो से ढाई फुट जल पहुंचाया गया।

गंगनहर को आगामी 20 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। विजयदशमी की रात से बंद से हुयी गंगनहर के कारण हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा घाट जलविहीन हो गए। स्नान के लायक जल न होने से श्रद्धालुओं को मायूस लौटना पड़ा। हालांकि संध्याकालीन गंगा आरती से पहले उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से थोड़ा बहुत पानी छोड़ा लेकिन यह डुबकी लायक नहीं था।

यह भी पढ़ें- सावधान! एक फोन कॉल आपको कर देगी कंगाल, 30 से ज्‍यादा लोगों को लगा चूना; सतर्क रहें और ये गलतियां कतई न करें

गंगनहर को साफ सफाई और मरम्मत के लिए किया जाता है बंद

उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से प्रतिवर्ष इन्हीं दिनों गंगनहर को साफ सफाई और मरम्मत के लिए बंद किया जाता है। शनिवार की देर रात को भीमगोड़ा बैराज से गंगनहर में पानी बंद कर दिया गया था। जिसके बाद रविवार को हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर स्नान लायक जल नहीं रहा। गंगनहर बंद होने के करण हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं को स्नान और कर्मकांड करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

डामकोठी से आगे ज्वालापुर तक गंगनहर पर बने अनेक घाट पूरी तरह जलविहीन रहे। वहीं गंगा में पैसे सहित विभिन्न सामान ढूंढने के लिए देर रात से ही लोग जुट गए थे। उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ अनिल कुमार निमेष का कहना है कि साफ-सफाई और मरम्मत के लिए गंगनहर को 20 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। सफाई और तटबंधों की मरम्मत को हर वर्ष नगर बंदी होती है।

बंदी के दौरान 200 क्यूसेक पानी हरकी पैड़ी पर छोड़े जाने का अनुबंध

श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ट ने बताया कि नहर बंदी के दौरान 200 क्यूसेक पानी हरकी पैड़ी पर छोड़े जाने का अनुबंध है। पानी को हरकी पैड़ी पर छोड़ा जा रहा है ताकि यात्री और श्रद्धालु कर्मकांड और स्नान कर सके। इसे लेकर अधिकारियों से पहले ही बातचीत हुयी थी। शाम गंगा आरती से पहले हरकी पैड़ी पर जल आने का आश्वासन मिला था। दोपहर बाद जल आना शुरू हो गया था। व्यवस्था दो तीन दिनों में और बेहतर हो जाएगी।

यह भी पढ़ें- दशहरे पर उत्‍तराखंड के जनजातीय क्षेत्र में नहीं जलाते रावण के पुतले, दो गांवों के बीच होता है 'गागली युद्ध'

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।