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Coronavirus: हरिद्वार जिले में अब तक 45 हजार लोग होम क्वारंटाइन, आइसोलेशन वार्ड की बढ़ेगी क्षमता

कोरोना संक्रमण से बचाव को हरिद्वार में अब तक करीब 45 हजार लोग होम क्वारंटाइन किए हैं। वहीं आइसोलेशन वाडरें की क्षमता बढ़ाई जा रही है। इसके लिए प्राइवेट अस्पताल अधिग्रहित होंगे।

By Edited By: Updated: Fri, 10 Apr 2020 10:19 AM (IST)
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Coronavirus: हरिद्वार जिले में अब तक 45 हजार लोग होम क्वारंटाइन, आइसोलेशन वार्ड की बढ़ेगी क्षमता
हरिद्वार, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव को जिले में अब तक करीब 45 हजार लोग होम क्वारंटाइन किए हैं। वहीं आइसोलेशन वाडरें की क्षमता बढ़ाई जा रही है। इसके लिए प्राइवेट अस्पतालों का अधिग्रहण किया जा रहा है। वर्तमान में करीब एक हजार लोगों के आइसोलेशन की व्यवस्था है। वहीं फैसिलिटी क्वारंटाइन चार हजार के आसपास है। इसे पांच हजार करने का लक्ष्य है। दो महीने में मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का निर्माण हो जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही है।

नगर निगम सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि फिलवक्त जिले में 200 पीपीई किट उपलब्ध हैं। ऊधमसिंह नगर से 750 और किट मंगाई गई हैं। रैपिड टेस्ट किट का ऑर्डर भी दिया है। जिले में वेंटीलेटर बेहद कम हैं। इसकी उपलब्धता को लेकर प्रयास जारी है। 

आइआइटी और डीआरडीओ कम लागत वाले वेंटीलेटर बनाने की दिशा में जुटे हैं। बताया कि जिले में अब तक तीन पॉजिटिव केस मिले हैं। एक मामला पनियाला और दो ज्वालापुर के हैं। इन क्षेत्र के लोगों को क्वारंटाइन किया है।

ज्वालापुर को दो जोन में बांटा 

ज्वालापुर क्षेत्र को दो जोन कंटेनमेंट और बफर जोन में बांटा गया है। पांवधोई, नीलखुदाना और लकड़हारान को कंटेनमेंट जबकि मेहतान, कस्साबान, वाल्मीकि बस्ती, त्रिमूर्ति नगर, तपोवन, पांडेवाला और चाकलान को बफर जोन में रखा है। लोगों की सुविधा को हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। आवश्यक चीजें डोर टू डोर डिलीवरी कराई जा रही। हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। यहां चिकित्सकीय परामर्श से लेकर अन्य समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा।

19 हजार लोगों को दिया प्रशिक्षण  

उन्होंने बताया कि वालिंटियर्स भी इस काम में लगाये गये हैं। युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की प्रक्रिया चल रही है। अब तक डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और दूसरे विभागों के 19 हजार लोगों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। ग्राम प्रधान, पार्षद और शिक्षक की टीम भी बनाई जा रही है। जो अपने-अपने क्षेत्रों की निगरानी रखेंगे। ये सभी कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे।

बाहर से आने वालों की सूचना देने के साथ ही किसी भी संक्रमण जैसे लक्षण दिखने पर इसकी सूचना देंगे। होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वालों की जानकारी भी देंगे। 

लॉकडाउन का पालन न करने में कड़ी कार्रवाई 

एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने बताया कि लॉकडाउन का पालन नहीं करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जानकारी न देने वाले जमातियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अब तक चार मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं। लॉकडाउन के बावजूद जमाती पांवधोई कैसे पहुंचे इसकी जांच कराई जा रही है।

होम क्वारंटाइन कंट्रोम रूम सक्रिय

जिला प्रशासन की ओर से रोशनाबाद में होम क्वारंटाइन कंट्रोल रूम बनाया है, जहां 11 डाटा एंट्री ऑपरेटर की मदद से ट्रैकिंग का कार्य किया जा रहा है। कंट्रोम रूम के नोडल अधिकारी अपर मेला अधिकारी ललित मिश्र और सहायक जिला यूनानी आयुर्वेदिक अधिकारी जीसीएस जंगपांगी, डॉ त्रिभुवन बेंजवाल हैं। 

ललित नारायण मिश्र ने बताया कि यहां तैनात कार्मिक होम क्वारंटाइन किए लोगों से फीडबैक ले रहे हैं। फोन नहीं लगने पर ग्राम प्रधान या पार्षद को फोन किया जा रहा है। अब तक जिले में 40 से 45 हजार लोग होम क्वारंटाइन किए गए हैं। पनियाला, मंगलौर का मलकपुरा मोहल्ला, लालढांग क्षेत्र का गैंडीखाता और ज्वालापुर क्षेत्र के कुछ वार्ड शामिल हैं।

होम क्वारंटाइन जमाती फरार, मां समेत मुकदमा दर्ज

बकरा मार्केट तेलियान स्थित मछियारों वाली गली निवासी शाहवेज 20 मार्च को घर से जमात में शामिल होने देहरादून गया था। 26 मार्च को वह घर वापस आ गया। सीएचसी बहादराबाद में परीक्षण के बाद छह मार्च को स्वास्थ्य विभाग ने उसे होम क्वारंटाइन कर दिया। 

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स्वास्थ्य विभाग की टीम शाहवेज के घर पहुंची और उसे फेसिलिटी क्वारंटाइन के लिए कलियर चलने के लिए कहा। आरोप है कि शाहवेज की मां गुलशाना ने उसे घर से भगा दिया। रेल चौकी प्रभारी सुनील रावत की ओर से शाहवेज और उसकी मां गुलशाना के खिलाफ तहरीर दी गई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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