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Haridwar में दिखा केदारनाथ आपदा जैसा खौफनाक मंजर, खिलौने की तरह बहने लगे वाहन; मचा हड़कंप, देखें फोटो और वीडियो

Haridwar Flood पार्किंग शुल्क से बचने के लिए कई बार श्रद्धालु उत्तरी हरिद्वार में सूखी नदी के रपटे पर अपनी गाड़ियां खड़ी कर देते हैं। शनिवार को जंगल से अचानक बारिश का पानी आने पर गाड़ियां बहने लगीं। अचानक नदी में वाहन बहने लगे। जिसे देख हड़कंप मच गया। यह देखने को गंगा घाटों पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई।

By Jagran News Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 30 Jun 2024 08:08 AM (IST)
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Haridwar Flood: अचानक नदी में वाहन बहने लगे।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Flood: शुक्रवार को हरिद्वार में साल 2013 में आई केदारनाथ आपदा जैसा मंजर दिखाई दिया। अचानक नदी में वाहन बहने लगे। जिसे देख हड़कंप मच गया। गंगा घाटों पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। पहले तो कुछ समझ नहीं आया, लेकिन कुछ देर बाद स्थिति साफ हुई। 

दरअसल उत्तरी हरिद्वार में नदी के रपटे पर खड़ी गाड़ियां बहकर हरकी पैड़ी पहुंच गई थीं। पार्किंग शुल्क से बचने के लिए कई बार श्रद्धालु उत्तरी हरिद्वार में सूखी नदी के रपटे पर अपनी गाड़ियां खड़ी कर देते हैं। कई बार पहले भी जंगल से अचानक बारिश का पानी आने पर गाड़ियां और मवेशी बह चुके हैं।

शनिवार को भी ऐसा ही हुआ। नदी के रपटे पर खड़ी गाड़ियां अचानक जंगल से पानी आने पर गंगा में बह गई। यह गाड़ियां बहकर हरकी पैड़ी ब्रह्म कुंड तक पहुंच गई। श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल से उनकी वीडियो भी बनाई। जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें दो गाड़ियां हरकी पैड़ी के समीप एक पुल के नीचे फंस गई हैं। जबकि कई आगे बह गईं। 

भंडारे में पहुंचे श्रद्धालु नदी के रपटे पर तेज बहाव में फंसे

रानीपुर क्षेत्र में टाइगर रिजर्व पार्क के जंगल में स्थित सुरेश्वरी देवी मंदिर में भंडारे में पहुंचे श्रद्धालु बारिश के दौरान मुसीबत में फंस गए। नदी का जलस्तर बढ़ने पर रपटे पर पानी आ गया। घटों तक पानी न उतरने पर रानीपुर कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंची और जल पुलिस को बुलाकर बोट की मदद से करीब 200 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला।

वहीं, रपटे पर खड़ी एक गाड़ी भी तेज बहाव में बह गई। गनीमत रही कि गाड़ी कुछ दूरी पर दूसरे रपटे में फंस गई। पुलिस के मुताबिक, शनिवार को सुरेश्वरी देवी मंदिर में भंडारा था। जिसमें हरिद्वार, ज्वालापुर, कनखल के अलावा सहारनपुर आदि जगहों से भी श्रद्धालु पहुंचे थे। उसी दौरान तेज बारिश हो गई।

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते तेज पानी बहकर मंदिर से कुछ दूरी पर बने रपटे पर आ गया। जिससे श्रद्धालु मंदिर परिसर में ही फंस गए। कई घंटे बाद भी जब रपटे पर पानी का बहाव कम नहीं हुआ तो मंदिर समिति ने पुलिस को सूचना दी। रानीपुर कोतवाली प्रभारी विजय सिंह, एसएसआई नितिन चौहान सहित पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जल पुलिस को बुलाया।

वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जल पुलिस की टीम ने राफ्ट की मदद से श्रद्धालुओंं को सुरक्षित निकाला। पुलिस व जल पुलिस के अलावा वन रेंजर विजेंद्र दत्त तिवारी, मंदिर समिति के मंत्री आशीष मारवाड़ी, अभिनव आदि ने भी रेस्क्यू में मदद की। कोतवाली प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि रपटे पर खड़ी श्रद्धालुओं की एक गाड़ी भी तेज बहाव में बह गई थी, जो अगले रपटे पर जाकर फंस गई। उसे निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

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