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Maha Kumbh 2021: अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, बैरागी संतों को सुविधाएं दे मेला प्रशासन

Haridwar Kumbh 2021 अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने बैरागी कैंप पहुंचकर तीनों बैरागी अणि अखाड़ों के कुंभ मेला कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मेला प्रशासन से तीनों वैष्णव अखाड़ों में बिजली पानी और अतिरिक्त शौचालय एवं कोठार भंडार बनाने की मांग की।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sat, 27 Feb 2021 11:25 AM (IST)
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बैरागी संतों को सुविधाएं दे मेला प्रशासन। जागरण
संवाद सहयोगी, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने बैरागी कैंप पहुंचकर तीनों बैरागी अणि अखाड़ों के कुंभ मेला कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मेला प्रशासन से तीनों वैष्णव अखाड़ों में बिजली, पानी और अतिरिक्त शौचालय एवं कोठार भंडार बनाने की मांग की। कहा कि 15 मार्च के बाद बड़ी संख्या में वैष्णव संत हरिद्वार आगमन करेंगे। इसके लिए मेला प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए। श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के स्थानीय प्रतिनिधि महंत प्रह्लाद दास महाराज ने कहा कि वैष्णव संतों के शिविर कुंभ मेले में आकर्षण का केंद्र होते हैं। मेला प्रशासन को जल्द भूमि आवंटित कर टेंट शिविर लगाने की व्यवस्था को सुचारू करनी चाहिए। 

महंत दुर्गादास महाराज, गीता आश्रम के संचालक महंत स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती महाराज ने भी जल्द सुविधाएं देने की मांग की। अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने संतों को आश्वासन दिया कि मेला प्रशासन बैरागी संतों के हरिद्वार आगमन से पहले ही सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी। इस अवसर पर स्वामी अमित दास, स्वामी अयोध्या दास, महंत राजेंद्रदास, महंत सिंटूदास, महंत अगस्त दास आदि संत और कुंभ मेला एसडीएम मंजीत सिंह मौजूद रहे।

रमता पंच के हाथों में कुंभ की कमान 

नागा संन्यासियों के अखाड़े में रमता पंचों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होता है। रमता पंचों की जमात देश में सनातन धर्म का प्रचार करते हुए भ्रमण करती रहती है। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत मोहन भारती ने बताया कुंभ मेलों में जब रमता पंच छावनी में प्रवेश कर लेते हैं तो कुंभ मेला तथा अखाड़े की समस्त व्यवस्थाएं इनके हाथों में आ जाती है। कोठार तथा कारोबार पर इनका नियंत्रण हो जाता है। 

समस्त आय-व्यय व अन्य व्यवस्थाएं इनकी देख-रेख में होती हैं। रमता पंचों की जमात एक कुंभ मेला संपन्न हो जाने पर दूसरे कुंभ मेले के लिए कूच कर जाती है। श्रीमहंत मोहन भारती ने बताया कि हरिद्वार कुंभ के बाद रमता पंच 2024 के प्रयागराज कुंभ के लिए रवाना हो जाएंगे। बताया कि रमता पंच का कार्यकाल तीन वर्ष का होता है। हरिद्वार कुंभ में वर्तमान रमता पंच का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और 12 अप्रैल के दूसरे शाही स्नान में नए पंचों का चयन कर लिया जाएगा।

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