Haridwar News : फीस माफ कराने के लिए रच दिया बच्चों के अपहरण का नाटक, एसएसपी ने किया यह बड़ा खुलासा
Haridwar News in Hindi वहीं पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि पिता ने ही दोनों से स्कूल के बाद बुआ के घर जाने को कहा था। इसके बाद पुलिस ने कारोबारी को बुलाकर पूछताछ की तो मामला खुल गया। कारोबारी ने कहा कि बच्चों की स्कूल की फीस करीब एक लाख बकाया चल रही थी।
संवाद सूत्र, जागरण, पथरी। स्कूल की फीस माफ कराने के लिए एक कारोबारी ने अपने ही दो बच्चों के अपहरण की फर्जी कहानी रच दी। उसने थाने पहुंचकर न सिर्फ इसकी सूचना दी बल्कि अपहरण का मुकदमा भी दर्ज करा दिया। एसएसपी ने कई टीमें गठित कर बच्चों की तलाश के निर्देश दिए। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर कुछ ही घंटों में बच्चे अपनी बुआ के घर मिल गए।
पुलिस अब कारोबारी के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
मामला धनपुरा गांव का है। हार्डवेयर कारोबारी मुनव्वर ने शनिवार को थाने पहुंचकर पुलिस को बताया कि उसका आठवीं में पढ़ने वाला बेटा और छठीं में पढ़ने वाली बेटी छुट्टी के बाद घर नहीं आए हैं। उसने दोनों के अपहरण का आरोप लगाया। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर तुरंत अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया।
इसके बाद कई टीमें गठित की गई। फेरुपुर चौकी प्रभारी नवीन चौहान ने बताया कि पुलिस टीम सबसे पहले स्कूल पहुंची। वहां से पता चला कि दोनों भाई बहन स्कूल आए थे और छुट्टी के बाद घर को गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए। इसके आधार पर दोनों बच्चे बसेड़ी गांव की ओर जाते दिखाई दिए। एक घर में पहुंचने पर दोनों मिल गए।
पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि पिता ने ही दोनों से स्कूल के बाद बुआ के घर जाने को कहा था। इसके बाद पुलिस ने कारोबारी को बुलाकर पूछताछ की तो मामला खुल गया। कारोबारी ने कहा कि बच्चों की स्कूल की फीस करीब एक लाख बकाया चल रही थी। उसने स्कूल प्रबंधन पर फीस माफ कराने के लिए दबाव बनाने को लेकर बच्चों के अपहरण का प्लान बनाया था। उसे उम्मीद थी कि इस तरह की प्लानिंग से स्कूल प्रबंधन फीस माफ कर देगा।
इधर, बुआ ने कहा कि बच्चे जब अचानक घर पहुंचे तो उन्होंने अपने भाई को काल कर इसकी जानकारी दी थी। चौकी प्रभारी नवीन चौहान ने बताया कि इस संबंध में पिता के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस टीम में कांस्टेबल संदीप राणा, जयपाल चौहान, मुकेश चौहान आदि शामिल रहे।