Haridwar Kumbh Mela 2021: रेलवे का इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनेगा कुंभ में मददगार
Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ मेले में बेहतर भीड़ प्रबंधन और असामाजिक तत्वों से निपटने को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें रेलवे के सभी विभागों के अलावा आरपीएफ जीआरपी और कुंभ मेला पुलिस की प्रतिनिधि एक टीम के तौर पर काम करेंगे।
संवाद सहयोगी, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ मेले में बेहतर भीड़ प्रबंधन और असामाजिक तत्वों व संदिग्धों से निपटने के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें रेलवे के सभी विभागों के अलावा रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ), गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) और कुंभ मेला पुलिस की प्रतिनिधि एक टीम के तौर पर काम करेंगे और किसी भी समस्या का पता लगाने से लेकर तुरंत कार्रवाई करने के लिए इस सेंटर का प्रयोग किया जाएगा। यही नहीं कुंभ मेला पुलिस और इस सेंटर के बीच सीसीटीवी फुटेज का आदान प्रदान भी किया जाएगा, ताकि मुख्य स्नानों के दौरान भीड़ प्रबंधन बेहतर ढंग से किया जा सके।
कुंभ में देश और दुनिया से बड़ी संख्या संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आते हैं और रेलवे हरिद्वार पहुंचने का सबसे आसान और सस्ता माध्यम होता है। यही नहीं इस दौरान स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाती हैं। स्नान पर्वों पर शहर से भीड़ को कम करने के लिए रेलवे अहम भूमिका निभाता है। चूंकि रेलवे पूरे महाकुंभ एक मुख्य केंद्र है जहां से सारी व्यवस्थाओं का प्रबंधन किया जाता है, इसलिए बेहतर तालमेल को देखते हुए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने बताया कि इस सेंटर का काम लगभग पूरा हो चुका है और इसमें रेलवे के सभी विभागों की टीमें काम करेगी।
मकर संक्रांति स्नान से व्यापारियों को ढेरों उम्मीदें
14 जनवरी के मकर संक्रांति स्नान पर्व से धर्मनगरी के व्यापारियों को भी ढेरों उम्मीदें हैं। दरअसल, कोविड काल में यह पहला स्नान होगा, जिस पर सरकार की ओर से रोक नहीं लगाई गई है। कोरोना काल में मंदी से जूझते व्यापारी काफी समय से स्नान पर्वों से प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे थे।
मार्च 2020 के बाद कोविड काल में सभी स्नान पर्वों पर प्रतिबंध रहा है। कांवड़ मेला भी इस बार आयोजित नहीं हो पाया है। कार्तिक पूर्णिमा और सोमवती अमावस्या जैसे सभी बड़े स्नान इस बार नहीं हो पाए हैं। जिससे हरिद्वार का व्यापारी वर्ग आर्थिक रूप से तंगहाल है। मकर संक्रांति स्नान पर्व पर किसी भी प्रकार की रोक नहीं है। जिससे यह माना जा रहा है कि स्नान पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचेंगे। व्यापारियों को उम्मीद है कि स्नान पर्व कई महीनों से खाली चल रही उनकी झोली में भी खुशियां भरकर जाएगा।
प्रदेश व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार वधावन ने बताया कि पिछले कई स्नान पर्वों पर रोक लगने से व्यापारियों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है, अब मकर संक्रांति स्नान पर्व से उनकी उम्मीद बंधी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को कुंभ मेले का नोटिफिकेशन जल्द से जल्द जारी करना चाहिए। व्यापारी नेता विनोद मिश्रा ने कहा कि मकर सक्रांति स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा भी यह मानते हैं कि मकर संक्रांति स्नान पर्व से व्यापारियों को मंदी से काफी हद तक राहत मिलेगी और कुंभ मेले की उम्मीद भरी शुरुआत होगी।
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