कांवड़ स्पेशल ट्रेनों ने लोगों को दी सहूलियत, लखनऊ रूट पर भी चलाने की योजना; अब तक 2 करोड़ लोग जल भरकर हुए वापस
श्रावण कांवड़ मेला 22 जुलाई से चल रहा है। अब तक दो करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री जल लेकर गंतव्य को प्रस्थान कर चुके हैं। रेलवे प्रशासन की ओर से भी कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 22 जुलाई से हरिद्वार-दिल्ली के बीच कांवड़ स्पेशल चलायी जा रही है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। श्रावण कांवड़ मेले में रूटीन की ट्रेनों में भीड़ नियंत्रित करने को रेलवे प्रशासन की ओर से हरिद्वार- दिल्ली के बीच 22 जुलाई से संचालित कांवड़ स्पेशल से हर रोज औसतन एक हजार यात्री सफर कर रहे हैं। इन ट्रेनों के संचालन से मसूरी और योगा एक्सप्रेस की भीड़ नियंत्रित करने में भी मदद मिल रही है।
अब तक दो करोड़ से अधिक लोग पहुंचे
श्रावण कांवड़ मेला 22 जुलाई से चल रहा है। प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मेले में दो करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री जल लेकर गंतव्य को प्रस्थान कर चुके हैं। अगले दो दिनों में कांवड़ यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ने की संभावना है।
चलाई जा रही है कांवड़ स्पेशल ट्रेनें
बहरहाल रेलवे प्रशासन की ओर से भी कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अतिरिक्त पूछताछ के अलावा टिकट काउंटरों की संख्या बढ़ायी गयी है। अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं। नियमित ट्रेनों में भीड़ नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से 22 जुलाई से हरिद्वार-दिल्ली के बीच कांवड़ स्पेशल चलायी जा रही है।कांवड़ स्पेशल ट्रेनों का समय
खास यह कि दिल्ली की ओर जाने वाली मसूरी और योगा एक्सप्रेस से थोड़ा पहले इसे संचालित किया जा रहा है। मसूरी एक्सप्रेस से पहले चलने वाली कांवड़ स्पेशल का रात साढ़े दस बजे आगमन और 10.32 प्रस्थान समय निर्धारित है। यह ट्रेन वाया सहारनपुर, शामली संचालित की जा रही है।यह भी पढ़ें- डाक कांवड़ को लेकर अभी से तैयारियों में जुटी पुलिस, अतिरिक्त फोर्स की तैनाती; ड्रोन से की जा रही निगरानी
सीएमआइ अश्विनी कुमार ने बताया कि इसी तरह योगनगरी ऋषिकेश से चलने वाली योगा एक्सप्रेस से पहले शाम पौने चार बजे भी दिल्ली के लिए कांवड़ स्पेशल संचालित की जा रही है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।