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Kanwar Yatra 2024 मार्ग पर ढाबे का नाम शीतल, मालिक फुरकान... लेकिन चला रहा अक्षय

Kanwar Yatra 2024 Hotel Name Plate रुड़की बाईपास मार्ग पर संचालित कई ढाबों के नाम भले ही हिंदू हो लेकिन इनके मालिक मुस्लिम हैं। ढाबों का संचालन हिंदू कर रहे हैं। पुलिस ने कांवड़ मार्ग पर स्थित ढाबों होटल चाय की दुकान फलों की रेहड़ी और ठेली पर बोर्ड लगाने के निर्देश दिए तो इनके संचालकों ने इन्हें हिंदुओं को किराये पर देना शुरू कर दिया है।

By Krishna kumar sharma Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 21 Jul 2024 10:24 AM (IST)
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Kanwar Yatra 2024 Hotel Name Plate: पुलिस सत्यापन में सामने आए मामले-यहां 10 ढाबों में ज्यादातर मुस्लिमों के
केके शर्मा, जागरण रुड़की। Kanwar Yatra 2024 Hotel Name Plate: रुड़की बाईपास मार्ग पर संचालित कई ढाबों के नाम भले ही हिंदू हो लेकिन इनके मालिक मुस्लिम हैं। ढाबों का संचालन हिंदू कर रहे हैं। कारीगर भी हिंदू हैं। यह बात पुलिस सत्यापन में सामने आई है। ढाबों के बाहर नाम, मालिक, संचालक और कुक के नाम की सूची भी लगाई गई है।

बताया जा रहा है कि पुलिस ने कांवड़ मार्ग पर स्थित ढाबों, होटल, चाय की दुकान, फलों की रेहड़ी और ठेली पर बोर्ड लगाने के निर्देश दिए तो इनके संचालकों ने इन्हें हिंदुओं को किराये पर देना शुरू कर दिया है।

रुड़की बाईपास मार्ग पर करीब 10 ढाबों में से छह से अधिक ढाबों का संचालन अब हिंदू कर रहे हैं जबकि इनके मालिक मुस्लिम हैं। मंगलौर बाईपास मार्ग पर बुधवार को हैप्पी फैमिली ढाबा पर कांवड़ यात्रियों को लहसुन और प्याज का खाना परोसे जाने पर हंगामा हो गया था।

पुलिस सत्यापन में सामने आ रहे इस तरह के मामले

कांवड़ यात्रियों ने ढाबे पर तोड़फोड़ कर दी थी। ढाबे का मालिक मुस्लिम व्यक्ति था। इस मामले को देखते हुए पुलिस ने संचालक का बोर्ड लगाने के निर्देश दिए थे, जिससे मालिक के बारे में कांवड़ यात्रियों को सही जानकारी मिल सके। इन ढाबों और होटल के नाम से पता नहीं चलता कि इनका स्वामी मुस्लिम है या हिंदू।

अब पुलिस के सत्यापन में इस तरह के मामले सामने आ रहे है कि इन ढाबों और होटलों पर मालिक का नाम तो मुस्लिम लिखा है, जबकि संचालक की जगह हिंदू का नाम दर्ज किया है। साथ ही इन ढाबों पर हिंदू कारीगर रखे गए हैं।

ये हैं कुछ मामले

  • केस एक: नगला इमरती बाईपास पर शीतल होटल के मालिक फुरकान ने कांवड़ के दौरान अक्षय को होटल चलाने को दिया है। यहां नितिन कश्यप को कारीगर रखा गया है। इस ढाबे पर सभी का नाम चस्पा किया गया है
  • केस दो: रुड़की बाईपास पर स्थित रॉयल पंजाबी ढाबा का मालिक अफसर है। उसने भी कांवड़ के दौरान भूपेंद्र डोबरियाल नाम के व्यक्ति को ढाबा किराये पर दिया है। यहां भी कारीगर हिंदू है।
  • केस तीन: रुड़की बाईपास पर स्थित प्रधान ढाबा का मालिक इरशाद है। उसने भी अर्जुन को ढाबा संचालित करने के लिए किराये पर दिया है। इस ढाबे पर हिंदू कारीगर रखा गया है।
  • केस चार: रुड़की बाईपास पर स्थित किसान फैमली ढाबा के संचालक नावेद खुद ही ढाबा संचालित कर रहे है। जबकि उन्होंने हिंदू कारीगर रखा है। ढाबे पर सभी का नाम लिखा गया है।

देहात में भी इस तरह के मामले

रुड़की बाईपास मार्ग के अलावा मंगलौर, भगवानपुर और झबरेडा आदि क्षेत्र में मुस्लिम व्यक्तियों ने हिंदुओं को ढाबे किराये पर दिए हैं। इन जगहों पर स्थित ढाबों पर संचालक से लेकर मालिक और कारीगर के नाम अंकित किए गए हैं।

पुलिस ने होटल और ढाबों की पहचान उजागर करने के निर्देश दिए थे। सत्यापन में यह बात सामने आई कि ढाबा मालिकों ने अपनी व्यवस्था में बदलाव किया है। चार दिन पहले तक जब नोटिस दिए गए थे तब व्यवस्था दूसरी थी।

- आरके सकलानी, प्रभारी निरीक्षक, रुकड़ी कोतवाली

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