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Kanwar Yatra 2024: आइसीयू में भर्ती थी मां, ड्यूटी छोड़कर नहीं गए कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी

Kanwar Yatra 2024 ऐसे लोग भी विरले होते हैं जो देश व समाज के लिए अपनी ड्यूटी को प्रथामिकता देते हैं। इन्हीं में शामिल हैं रुड़की की सिविल लाइंस कोतवाली के प्रभारी आरके सकलानी। पांच दिन पहले कोतवाली सिविल लाइंस के प्रभारी आरके सकलानी की माता को हृदयघात हुआ। लेकिन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने ड्यूटी को प्राथमिकता दी। मां के हार्ट का आपरेशन हो गया और वह आइसीयू में हैं।

By Raman kumar Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 31 Jul 2024 10:33 AM (IST)
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Kanwar Yatra 2024: रुड़की की सिविल लाइंस कोतवाली के प्रभारी आरके सकलानी
जागरण संवाददाता, रुड़की। Kanwar Yatra 2024: परिवार और ड्यूटी के बीच कभी-कभी ऐसा मोड़ भी आता है, जब तय करना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा फर्ज पहले निभाएं।

ऐसे लोग भी विरले होते हैं, जो देश व समाज के लिए अपनी ड्यूटी को प्रथामिकता देते हैं। इन्हीं में शामिल हैं रुड़की की सिविल लाइंस कोतवाली के प्रभारी आरके सकलानी। जो मां को हृदयघात होने के बावजूद भी अपनी ड्यूटी छोड़कर नहीं गए और रात दिन कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने में लगे रहे। पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी इंस्पेक्टर के इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं।

22 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा

कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार जिले में तैनात पुलिसकर्मियों का जोश एवं जज्बा भी देखने लायक है। 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हुई। स्नान के दौरान गंगा की धारा में बहने की घटनाओं में एसडीआरएफ और पुलिस के जवान कांवड़ यात्रियों की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं तो कहीं अलग-अलग तरह से यात्रियों की मदद कर रहे हैं।

पांच दिन पहले कोतवाली सिविल लाइंस के प्रभारी आरके सकलानी की माता को हृदयघात हुआ। मां को हृदयघात की सूचना पाकर इंस्पेक्टर थोड़ा विचलित हो गए। इसके बाद अधिकारियों को इस बारे में बताया। अधिकारियों ने देहरादून जाकर मां का इलाज कराने के लिए कहा। लेकिन, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने ड्यूटी को प्राथमिकता दी। मां के हार्ट का आपरेशन हो गया और वह आइसीयू में हैं।

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बार-बार मां के पास जाने की बैचेनी उनके चेहरे पर साफ छलक रही थी। लेकिन, इस समय कांवड़ यात्रा भी चरम पर हैं। डाक कांवड़ शुरू हो गई है। वह लगातार पत्नी से मां के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ड्यूटी पूरी करने के बाद ही वह मां से मिलने के लिए देहरादून जाएंगे।

पुलिसकर्मी के जीवन में यह बड़े कठिन क्षण होते हैं। कहने के बावजूद वह ड्यूटी छोड़कर नहीं गए और लगातार ड्यूटी दे रहे हैं। जिन लोगों को इस बात की जानकारी मिली उन्होंने भी इंस्पेक्टर के इस कर्तव्य की सराहना की।

- एसके सिंह, एसपी देहात

शिव भक्तों की सेवा में जुटे एसएसआइ प्रमोद

भगवानपुर। भगवानपुर थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक (एसएसआइ) प्रमोद कुमार कांवड़ मेले में ड्यूटी के साथ शिव भक्तों की सेवा भी कर रहे हैं। कभी बीमार को अस्पताल पहुंचाकर तो कभी भारी कांवड़ को अपने कंधे पर रखकर कांवड़ यात्री को आराम दिला रहे हैं। रास्ते में बीमार पड़ने वाले कांवड़ यात्रियों को प्रमोद कुमार जूस व फल वितरित कर रहे हैं।

वहीं, कांवड़ मार्ग पर भारी कांवड़ लेकर आ रहे कांवड़ यात्रियों की कांवड़ को अपने कंधे पर रखकर यात्रियों को आराम दे रहे हैं। उनके इस कार्य की हर कोई तारीफ कर रहा है। उनके रात दिन ड्यूटी व सेवाभाव का हर कोई कायल हो गया।

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