Karwa Chauth 2022: इस साल करवाचौथ का व्रत रहेगा बहुत खास, इस बार बन रहे हैं पांच शुभ संयोग
Karwa Chauth 2022 इस साल करवाचौथ का व्रत बहुत खास रहेगा। इस बार पांच शुभ संयोग बन रहे हैं। इस बार चंद्रमा अपनी उच्च राशि में विराजमान होगा। इसलिए इस व्रत में चंद्रमा के दर्शन का विशेष महत्व है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : Karwa Chauth इस साल करवाचौथ पर पांच शुभ संयोग बन रहे हैं। जिसमें लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के अलावा गुरु और बुध अपनी राशि में संचरण करेंगे। चंद्रमा अपनी उच्च राशि में विराजमान होगा। इसलिए इस बार का यह व्रत बहुत खास रहेगा।
करवाचौथ का निर्जला व्रत
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की परिसर स्थित श्री सरस्वती मंदिर के आचार्य राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सौभाग्यवती महिलाओं की ओर से करवाचौथ का निर्जला व्रत किया जाता है।
चंद्रमा के दर्शन का विशेष महत्व
यह व्रत भगवान गणेश, माता पार्वती और भगवान शिवर को समर्पित होता है। करवाचौथ का व्रत करने से विशेष रूप से सौभाग्यवती महिलाओं को उनके पति की दीर्घायु और कुंवारी कन्याओं को सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है। इस व्रत में चंद्रमा के दर्शन का विशेष महत्व है।
क्या है शुभ मुहूर्त , कब दिखे का चंद्रमा
उन्होंने बताया कि करवाचौथ के दिन पूजा के लिए पूर्वाह्न 11 बजकर 20 मिनट से दोपहर 12 बजकर पांच मिनट के मध्य तथा अपराह्न चार बजकर पांच मिनट से शाम पांच बजकर 50 मिनट के मध्य शुभ मुहूर्त रहेगा। इस दौरान अमृत चौघड़िया विद्यमान होगा। जबकि चंद्रमा के उदय का समय रात में आठ बजकर पांच मिनट पर है। इसी समय अर्घ्य देना उचित होगा।
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करवाचौथ पर इन चीजों से करें परहेज
इस दिन व्रती महिलाओं को कुछ चीजों का परहेज करना चाहिए। सफेद वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। काले एवं सफेद वस्त्रों का परित्याग करना चाहिए। वाद-विवाद से बचना चाहिए। सिलाई का काम अर्थात सुई-धागा आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पूर्ण फल की प्राप्ति होती है।
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