Photos : गंगा में समाए 'धरती पुत्र' Mulayam Singh Yadav, गमगीन माहौल में हरिद्वार में विसर्जित की गईं अस्थियां
Mulayam Singh Yadav स्व. मुलायम सिंह यादव की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित कर दी गईं। सोमवार दोपहर डेढ़ बजे के बाद अखिलेश यादव चंडी घाट स्थित नमामि गंगे घाट पहुंचे और पूजन व कर्मकांड में भाग लिया।
By Anoop kumar singhEdited By: Nirmala BohraUpdated: Mon, 17 Oct 2022 02:39 PM (IST)
टीम जागरण, हरिद्वार : Mulayam Singh Yadav : समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे स्व. मुलायम सिंह यादव की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित कर दी गईं। सोमवार को अखिलेश यादव पत्नी, बच्चों और परिवार के सदस्यों के साथ हरिद्वार पहुंचे।
सोमवार दोपहर डेढ़ बजे के बाद अखिलेश यादव चंडी घाट स्थित नमामि गंगे घाट पहुंचे और पूजन व कर्मकांड में भाग लिया। वहीं अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तराखंड सहित उत्तर प्रदेश से कई कार्यकर्ता यहां पहुंचे और नम आंखों नेताजी को अंतिम विदाई दी।
मुलायम सिंह के भाई डॉक्टर रामगोपाल यादव, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीस्वरानंद और कांग्रेसी नेता सूर्यकांत धस्माना सहित हरिद्वार के कई राजनैतिक एवं स्थानीय लोग यहां श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
अखिलेश यादव परिवार के सदस्यों के साथ सुबह सैफई हवाई पट्टी से निजी विमान के जरिए देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे और यहां से सड़क मार्ग से हरिद्वार के लिए रवाना हुए।
यह भी पढ़ें : UP Politics: मुलायम की मैनपुरी अखिलेश के लिए चुनौती, नेताजी की विरासत संभालने के लिए परिवार में चार दावेदारसमाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक दिवंगत मुलायम सिंह यादव के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के स्थल में दोबारा बदलाव किया गया। विसर्जन नमामि गंगे घाट पर किया गया।
इस दौरान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, उनके बेटे आदित्य यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, अनुराग यादव, पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव, मुलायम सिंह यादव के भाई राजपाल यादव, उनकी पत्नी प्रेमलता यादव समेत परिवार के सदस्य पहुंचे।यह भी पढ़ें : सैफई में दिवंगत मुलायम सिंह यादव को श्रृद्धांजलि देने पहुंचे कुमार विश्वास और राजपाल यादव, पुष्प किए अर्पित
मुलायम सिंह यादव का दस अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लंबी बीमारी के चलते 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। वह उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षामंत्री रहे थे। निधन के दूसरे दिन पारिवारिक भूमि पर अंतिम संस्कार हुआ था और पूर्व मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव ने मुखाग्नि दी थी।
यहां पर देश में राजनीती, उद्योग और फिल्म जगत की नामी हस्तियां अंतिम दर्शन के लिए पहुंची थीं। बीते एक सप्ताह से सैफई में विभिन्न दलों के नेताओं और जाने-माने लोगों का श्रद्धांजलि देने के लिए आगमन बना हुआ है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।