Move to Jagran APP

नफीस की मेहनत से बंजर भूमि उगल रही लाल सोना, लोगों को भी दे रहे रोजगार

हरिद्वार निवासी नफीस बंजर भूमि पर कैलिफोर्निया स्ट्राबेरी की कैमरोजा प्रजाति की खेती कर स्वयं तो अच्छी-खासी कमाई कर ही रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 20 Dec 2019 10:57 AM (IST)
Hero Image
नफीस की मेहनत से बंजर भूमि उगल रही लाल सोना, लोगों को भी दे रहे रोजगार
हरिद्वार, मनीष कुमार। ख्वाहिशें तूफान हों तो अफसाने भी हकीकत में बदल जाते हैं। हरिद्वार जिले के जमालपुर कलां निवासीनफीस ने लगन एवं मेहनत से बंजर भूमि को उपजाऊ बनाकर इस उक्ति को चरितार्थ कर दिखाया है। वह इस भूमि पर कैलिफोर्निया स्ट्राबेरी की कैमरोजा प्रजाति की खेती कर स्वयं तो अच्छी-खासी कमाई कर ही रहे हैं, दस लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।

मूलरूप से मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले नफीस काफी समय से जमालपुर कलां गांव में अपने मामा के पास रहते हैं। जीविकोपार्जन के लिए उन्होंने आठ साल पहले जमालपुर-सराय मार्ग पर पांच बीघा भूमि किराये पर ली। थी। भूमि बंजर होने के कारण शुरुआत में निराशा हाथ लगी, लेकिन फिर उन्होंने इस पर स्ट्राबेरी की खेती शुरू कर दी। मेहनत रंग लाई और धीरे-धीरे इस 'लाल सोने' की डिमांड आसपास के बाजारों में बढ़ने लगी। इससे उत्साहित नफीस ने अब पांच के बजाय नौ बीघा भूमि में स्ट्राबेरी उगानी शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें: अमेरिका तक मशहूर हैं थारू जनजाति के मूंज उत्पाद, पढ़िए पूरी खबर

नफीस से प्रेरित हो आठ लोग कर रहे स्ट्रॉबेरी की खेती

कैलिफोर्निया स्ट्राबेरी की कैमरोजा प्रजाति अपने चटख रंग और रसीले स्वाद से हर किसी को अपना दीवाना बना देती है। बकौल नफीस, 'जनवरी से फसल आनी शुरू हो जाती है, जो शुरुआत में यह 300 से 400 रुपये प्रति किलो तक बिक जाती है। हालांकि, इसका सीजन मार्च-अप्रैल तक रहता है। वर्तमान में मैं दूसरे किसानों को भी स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रहा हूं। नतीजा, जिले में आठ लोग इस व्यवसाय से जुड़ गए हैं। मैं उन्हें रियायती दर  पर पौध भी उपलब्ध करा रहा हूं।

यह भी पढ़ें: किसानों की आर्थिकी का मुख्य आधार बनेगा सेब उत्पादन, रुकेगा पलायन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।