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हरिद्वार में दो भाइयों के बीच हुआ खूनी संघर्ष, एक की मौत

हरिद्वार के ज्‍वालापुर के चकलान में मकान बनाने को लेकर दो भाइयों के खूनी संघर्ष हो गया जिसमें एक की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्‍जे में ले लिया है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 08 Apr 2019 01:59 PM (IST)
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हरिद्वार में दो भाइयों के बीच हुआ खूनी संघर्ष, एक की मौत
हरिद्वार, जेएनएन। ज्वालापुर के मोहल्ला चाकलान में एक ही परिवार के दो क्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। बड़े भाई के परिवार ने दूसरे भाई पर लाठी डंडों और धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे छोटे भाई की मौत हो गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया गया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में छह लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या व बलवे की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर रामलीला चौक के पास मोहल्ला चाकलान में गुलशैद व उसके छोटे भाई हाफिज दिलशाद का घर अगल-बगल है। दिलशाद के घर में दूसरी मंजिल पर मकान का निर्माण चल रहा था। सोमवार की सुबह लेंटर डालने की तैयारी की जा रही थी। सीमेंट, रेत और बजरी मिक्स करने के लिए दिलशाद ने मिक्सर मशीन मंगाई थी। 

मशीन गुलशैद के घर के बाहर खड़ी करने पर उसने और उसके बेटों ने विरोध किया। इस बात को लेकर उनकी दिलशाद से कहासुनी हो गई। आरोप है कि विवाद बढ़ने पर गुलशैद व उसके बेटे कादिर, सिकंदर व रिश्तेदार नवाब, अलीशान असलम आदि ने लाठी डंडों व धारदार हथियार से दिलशाद पर हमला कर दिया। 

चीख पुकार सुनकर दिलशाद की पत्नी नूरजहां, बेटे आफाक व अरसलान बाहर पहुंचे और बीच बचाव का प्रयास किया। आरोप है कि हमलावरों ने उनपर भी धावा बोल दिया। इससे आफाक के सिर में चोट आने पर वह लहुलुहान हो गया। नूरजहां व अरसलान को भी चोट आई। परिजन उन्हें कनखल के रामकृष्ण मिशन अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने दिलशाद 55 वर्ष पुत्र अहमद हसन को मृत घोषित कर दिया। 

आफाक को जिला अस्पताल से हायर सेंटर रैफर किया गया है। ज्वालापुर कोतवाल मनोज कुमार मेनवाल ने मौका मुआयना करते हुए घटना की जानकारी जुटाई। दिलशाद के बेटे अरशलान की तहरीर पर पुलिस ने गुलशैद पुत्र अहमद हसन, कादिर व सिकंदर पुत्रगण गुलशैद, नवाब पुत्र हबीब, अलीशान पुत्र नवाब, असलम पुत्र भूरा के खिलाफ गैर इरादतन हत्या व बलवा आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

आरोपितों का पूरा परिवार फरार, तनाव

घटना के बाद आरोपित पक्ष अपने घर में ताले लगाकर फरार हो गया। चूंकि खूनी संघर्ष में एक शख्स की मौत हुई है और उसके बेटे को नाजुक हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया है, इसलिए घटना को लेकर तनाव बना हुआ है। दोनों के घर अगल-बगल होने के चलते यह मामला और ज्यादा संवेदनशील है। चुनाव का समय होने के चलते पुलिस नहीं चाहती कि कानून व शांति व्यवस्था में कोई चूक हो। इसलिए मोहल्ले पर पुलिस की नजर बनी हुई है। फिलहाल पीडि़त परिवार व उनसे जुड़े लोगों को कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए शांति बनाए रखने को कहा गया है।

जरा सी गरमाहट में बिखर गया परिवार

दूसरी मंजिल पर बन रहे कमरे पर करीब 300 फीट का लेंटर डलना था। इस काम में बमुश्किल दो घंटे का समय लगता। गुलशैद व उसका परिवार अगर दो घंटे के लिए मिक्सर मशीन अपने दरवाज के सामने खड़ी करने के इजाजत दे देता तो शायद खूनी संघर्ष न होता। घटना के बाद बिरादरी के लोगों के रवैये पर भी सवाल उठे। 

दिलशाद की मौत होने के बावजूद आस-पास के लोग दूरी बनाए रहे। इसके पीछे करीब दो साल पुरानी घटना बताई जा रही है। उस घटना के बाद से दिलशाद के परिवार को बिरादरी के लोगों ने अलग-थलग डाला हुआ था। दिलशाद सिलाई का काम करता था। जबकि आफाक का मोहल्ला घोसियान में अपना क्लीनिक है। भाजपा नेता हाजी जमशेद खान, हाजी मुकर्रम अली, सोहराब अली, मुजीब आदि जिला अस्पताल पहुंचे।

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