कुख्यात वाल्मीकि के तीन और गुर्गे चढ़े पुलिस के हत्थे, शूटर को दिलाए थे हथियार
जेल में बंद कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के तीन गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन गुर्गों ने ही बंदीरक्षक को गोली मारने वाले शूटर को हथियार उपलब्ध कराए थे।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 07 Sep 2019 08:05 AM (IST)
रुड़की, जेएनएन। चमोली की पुरसाड़ी जेल में बंद कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के तीन गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन गुर्गों ने ही बंदीरक्षक को गोली मारने वाले शूटर को हथियार उपलब्ध कराए थे। फिलहाल, पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
रुड़की उपकारागार के बंदीरक्षक प्रमेश चौहान को 17 अगस्त को विनय विशाल अस्पताल के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मार दी थी। गोली का छर्रा लगने से बंदीरक्षक घायल हुआ था। इस मामले में पुलिस ने दो दिन पहले कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के दो गुर्गे साबिर और सद्दाम को गिरफ्तार किया था। प्रवीण वाल्मीकि के इशारे पर शूटरों ने बंदीरक्षक पर हमला किया था। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपितों ने बताया था कि उन्हें इसके लिए 20 हजार रुपये की सुपारी मिली थी। शूटरों ने बताया था कि उन्हें यह हथियार दानिश और आरिफ निवासी सलेमपुर, जिला हरिद्वार ने उपलब्ध कराए थे। पुलिस इनकी तलाश में लगी थी। शुक्रवार को गंगनहर पुलिस को सूचना मिली कि ईदगाह रोड के प्रवीण वाल्मीकि के शूटर खड़े हैं।
सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए बदमाशों ने अपने नाम आरिफ और दानिश निवासी सलेमपुर, हरिद्वार और तीसरे ने अपने नाम हसीन निवासी ग्राम खाताखेड़ी, थाना हरिद्वार बताया। आरिफ और दानिश ने बताया कि यह हथियार उन्हें हसीन निवासी खाताखेड़ी ने लाकर दिए थे। हसीन ने बताया कि उसे वाल्मीकि ने फोन कब्रिस्तान के पास स्थित एक पेड़ पर हथियार और रुपये एक थैले में टंगे होने की जानकारी दी थी। जिसके बाद उसने यह हथियार आरिफ और दानिश तक पहुंचाए थे। गंगनहर कोतवाली के एसएसआइ देवराज शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
परिचालक पर हमले के आरोपित ने किया सरेंडर
चमोली की पुरसाड़ी जेल में बंद प्रवीण वाल्मीकि ने 10 जुलाई को नंद विहार कॉलोनी निवासी उप्र के परिचालक सुभाष कुमार पर गोली चलवाई थी। वाल्मीकि ने यह हमला पांच लाख की रंगदारी नहीं देने पर कराया था। इस हमले में साबिर समेत दो बदमाश थे। पुलिस ने इस मामले में शामिल आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अंकित और लाखन निवासी नई बस्ती रामनगर फरार चल रहे है। शुक्रवार को लाखन ने रुड़की की एक कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने बताया कि परिचालक पर हमले की साजिश में लाखन शामिल था। इसे रिमांड पर लेकर पूछताछ होगी। वहीं अंकित की तलाश हो रही है।
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दस गुर्गे हो चुके गिरफ्तार
परिचालक और बंदीरक्षक पर हमला करने के मामले में अब तक वाल्मीकि के 10 गुर्गे गिरफ्तार हो चुके हैं। परिचालक पर हमले में अब तक तीन गिरफ्तार हो चुके हैं और एक आरोपित कोर्ट में सरेंडर कर चुका है। बंदी रक्षक पर हमले में भी अब तक पांच बदमाश गिरफ्तार हो चुके है। वहीं उगाही के चक्कर में दो गुर्गों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया था।
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