फर्जी प्रमाण पत्र मामले में पुलिस ने शुरू की जांच, बयान दर्ज
फर्जी प्रमाण पत्र मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले में शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए हैं।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 01 Feb 2020 07:30 PM (IST)
रुड़की, जेएनएन। नगर निगम के जन्म-मृत्यु अनुभाग से जारी फर्जी प्रमाण पत्र मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले में शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए हैं। वहीं, मामले से संबंधित दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। उधर, मालिक बनकर मकान बेचने वाले किरायेदार की भी पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है।
फर्जी दस्तावेज तैयार कर किरायेदार को मकान मालिक बनाने और फिर मकान बेचे जाने के मामले में निगम के कर अनुभाग के लिपिक शिवकुमार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होनी हैं। इसके अलावा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने शिकायतकर्ता पंकज सिंल के बयान दर्ज करने के साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। नगर निगम ने पंकज सिंघल की दादी कलावती का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया है। पंकज सिंघल के मुताबिक उनकी दादी की मृत्यु 20 अप्रैल 1975 को हुई थी। सीएमओ कार्यालय हरिद्वार ने इसकी सत्यापित प्रति भी दी है, लेकिन नगर निगम के जन्म-मृत्यु अनुभाग ने उनकी दादी कलावती की मृत्यु चार साल पहले 24 दिसंबर 1971 को होनी दर्शाई है। इसके लिए निगम ने प्रमाण पत्र तक जारी किया है।
यह भी पढ़ें: ऋण के लिए बंधक मकान को धोखाधड़ी से कर दिया नीलाम Dehradun Newsपंकज सिंघल ने पुलिस को निगम की ओर से जारी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और असली मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रति उपलब्ध करा दी है। कोतवाली रुड़की प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि मामले से संबंधित सभी दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। निगम अधिकारियों से भी पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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