उपवास पर बैठे स्वामी सानंद को प्रशासन ने जबरन उठाया
अनशन कर रहे स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद को पुलिस-प्रशासन की टीम ने मातृसदन से उठाकर देहरादून के जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भेज दिया है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 11 Jul 2018 05:20 PM (IST)
हरिद्वार, [जेएनएन]: गंगा पर बड़े बांधों के निर्माण और खनन पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर उपवास कर रहे स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद (प्रो. जीडी अग्रवाल) को प्रशासन ने जबरन उठा दिया है। इसके बाद उन्हें देहरादून स्थित दून अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वामी सानंद 22 जून से उपवास पर हैं। प्रशासन के अनुसार स्वामी सानंद की गिरती सेहत को देखते हुए यह कदम उठाया गया। बताया जा रहा है कि उपवास के बाद उनके वजन में नौ किलो की कमी आई है। दूसरी ओर मातृसदन के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने प्रशासन की कार्रवाई पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एसडीएम की ओर से आठ जुलाई को जारी नोटिस तीन दिन विलंब से तामील कराया गया।
मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे एसडीएम मनीष कुमार के नेतृत्व में प्रशासन की टीम पुलिस के साथ मातृसदन पहुंची और नोटिस तामील कराया। इसके बाद टीम लौट गई। शाम को करीब पांच बजे टीम एक बार फिर मातृसदन पहुंची और स्वामी सानंद को उठा कर एंबुलेंस के जरिये दून अस्पताल के लिए रवाना हो गए। इससे पहले आश्रम के आसपास धारा-144 लागू कर दी गई थी। एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि उपवास से स्वामी सानंद बेहद कमजोर हो गए हैं। इसीलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरी ओर मातृसदन के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने प्रशासन की कार्रवाई को नियम विरुद्ध बताया। उन्होंने कहा कि जो नोटिस मातृसदन में तामील कराया गया है, वह आठ जुलाई को एसडीएम संगीता कन्नौजिया की ओर से जारी किया गया है, जबकि नोटिस दस जुलाई की सुबह दिया गया। पिछले दिनों मातृसदन में जलपुरुष राजेंद्र सिंह के संयोजन में गंगा को लेकर उपवास सिद्धि संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर स्वामी सानंद के उपवास का समर्थन किया गया था।
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