रुड़की कारागार की दीवार फांदकर कैदी हुआ फरार, जेल प्रशासन में हड़कंप
रुड़की जेल परिसर की सफाई के लिए दस कैदियों को बैरक से बाहर निकालकर जेल परिसर लाया गया था। इनमें से एक कैदी मौका पाकर एक सूखे पेड़ के तने पर चढ़कर दीवार फांद कर फरार हो गया।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Wed, 31 Jul 2019 06:52 PM (IST)
रुड़की, जेएनएन। उप कारागार रुड़की की दीवार फांदकर एक बार फिर एक विचाराधीन कैदी फरार हो गया है। जेल परिसर की सफाई के लिए बुधवार को दस कैदियों को बैरक से बाहर निकालकर जेल परिसर लाया गया था। इनमें से एक कैदी मौका पाकर एक सूखे पेड़ के तने पर चढ़कर दीवार फांद कर फरार हो गया। कैदी के फरार होने की जानकारी मिलते ही पूरे जेल स्टाफ में हड़कंप मच गया। मामले को दबाने के प्रयास में जेल प्रशासन ने पुलिस को सूचना देने के बजाए, जेल कर्मियों को कैदी की तलाश में लगा दिया। डेढ़ घंटे तक जब कैदी का कुछ पता नहीं चला तो जेल प्रशासन ने मामले की जानकारी पुलिस और उच्च अधिकारियों को दी। इससे पहले भी रुड़की जेल से छह कैदी फरार हो चुके हैं।
दिल्ली-देहरादून हाइवे पर स्थित उपकारागार रुड़की में बंद विचाराधीन कैदी शाहरुख निवासी टांडा भनेड़ा, थाना मंगलौर फरार हो गया। कैदी शाहरुख कोतवाली रुड़की में दर्ज चोरी के एक मुकदमे का आरोपी है। 20 जुलाई को कोतवाली रुड़की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। आरोपित शाहरुख ने ढंडेरा निवासी नीशु कुमार के घर से एक कैमरा चोरी किया था। बुधवार सुबह स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए बैरक से 10 कैदियों को साफ-सफाई के लिए जेल परिसर में लाया गया था। उन पर निगरानी के लिए खड़े बंदी रक्षकों का जैसा ही ध्यान शाहरुख से हटा तो वह तुरंत ही जेल परिसर की दीवार (करीब 12 फिट) फांद कर फरार हो गया।
जब कुछ देर बार जेल प्रशासन को यह जानकारी लगी तो वहां हड़कंप मच गया। अन्य कैदियों को तुरंत ही बैरक में बंद किया और जेलकर्मी कैदी को तलाशने लगे। जेल कर्मी इधर-उधर कैदी को तलाशते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। करीब डेढ़ घंटे के बाद जेल प्रशासन ने गंगनहर कोतवाली एवं अधिकारियों को इसकी सूचना दी। सूचना पर गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह जेल पहुंचे। एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी और एसपी देहात नवनीत ङ्क्षसह ने भी पूरे मामले की जानकारी ली। इंस्पेक्टर राजेश साह ने बताया कि जेलर जेपी द्विवेदी की ओर से तहरीर आई थी। तहरीर में कुछ रह गया था। इसलिए उसे वापस ले गए हैं। तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अलबत्ता फरार कैदी की तलाश शुरू कर दी गई है। बता दें कि इससे पहले रुड़की जेल से 2005 में पांच कैदी और 2008 में एक कैदी फरार हो चुका है।
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