Move to Jagran APP

मीटर रीडर ने निगम को लगाया लाखों रुपये का चूना, सेवा समाप्त Haridwar News

दिल्ली रोड स्थित चार व्यावसायिक मीटर में गड़बड़ी करने के मामले में एक मीटर रीडर की सेवा समाप्त कर दी। ऊर्जा निगम के डीजीएम ने मीटर रीडर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए।

By BhanuEdited By: Updated: Fri, 31 Jan 2020 11:57 AM (IST)
Hero Image
मीटर रीडर ने निगम को लगाया लाखों रुपये का चूना, सेवा समाप्त Haridwar News
रुड़की, जेएनएन। दिल्ली रोड स्थित चार व्यावसायिक मीटर में गड़बड़ी करने के मामले में एक मीटर रीडर की सेवा समाप्त कर दी। ऊर्जा निगम के  डीजीएम ने संबंधित कंपनी पर एक लाख का जुर्माना लगाते हुए मीटर रीडर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए। 

24 जनवरी को ऊर्जा निगम रुड़की मंडल के उप महाप्रबंधक शेखर चंद्र त्रिपाठी ने दिल्ली रोड स्थित कई व्यवसायिक मीटर को चेक किया था। उन्होंने पाया कि एक संस्थान के मीटर का डिस्पले खराब हैं, लेकिन उसकी नियमित रूप से रीडिंग भरी जा रही है। 

इसके अलावा एक मीटर खराब पड़ा है, लेकिन उसको सही दर्शाकर रीडिंग भेजी जा रही है। एक मीटर सही होने के बावजूद उसे खराब दर्शाया। डीजीएम ने मामले की छानबीन की तो एक माह में ही निगम को एक लाख तीस हजार रुपये का चूना लगने की बात सामने आई। 

इस मामले की जांच-पड़ताल करने के बाद डीजीएम ने मीटर रीडर सुल्तान की सेवाएं समाप्त कर दी है। साथ ही जिस कंपनी के माध्यम से वह निगम में सेवा दे रहा था, उस पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी को संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। यदि कंपनी मुकदमा दर्ज नहीं कराती हैं तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में बिजली आपूर्ति बेहतर बनाने को होगा तीन नए ग्रिड का निर्माण

पहले भी हो चुकी कार्रवाई 

रुड़की मंडल में कई मीटर रीडर बेहद बदनाम रहे हैं। धनौरी एवं कलियर क्षेत्र के चार मीटर रीडर के खिलाफ पूर्व के वर्षों में कार्रवाई की गई है। मीटर रीडर कम रीडिंग लेते हैं। जैसे ही रीडिंग का अंतर काफी अधिक होता है तो मीटर को खराब दर्शाकर उसको बदल दिया जाता है। लंबे समय से यह खेल चलता रहा है।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में बर्फबारी का असर, बिजली के उत्पादन में आई जबरदस्त गिरावट

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।