कहीं सेहत न बिगाड़ दे पटाखों से निकलने वाला धुआं, इन बातों का रखें ख्याल; गुनगुने पानी से मिलेगा आराम
Diwali Fire Cracker Pollution डॉक्टर जार्ज सैमुअल बताते हैं कि जिन लोगों को अस्थमा की शिकायत होती है उनके लिए दिवाली पर बरती गई लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकती है इन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। वायु प्रदूषण में वृद्धि से लगातार सांस लेने में कठिनाई त्वचा में एलर्जी आंखों में जलन और खांसी जैसी दिक्कतें भी पैदा हो जाती है।
संवाद सूत्र, खानपुर। पटाखों से निकलने वाला धुआं लोगों की सेहत बिगाड़ सकता है। इसलिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। जिन लोगों को पहले से ही सांस लेने में दिक्कत व अस्थमा की शिकायत है उनको विशेष कर सावधानी बरतनी चाहिए।
पटाखों से निकलने वाला धुआं अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस, फाइब्रोसिस और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की बीमारियों से पीड़ित कर सकता है।
खानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक जार्ज सैमुअल बताते हैं कि जिन लोगों को अस्थमा की शिकायत होती है, उनके लिए दिवाली पर बरती गई लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। उन्होंने बताया कि शाम के समय जब वातावरण में प्रदूषण बढ़ जाता है, ऐसे में इन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
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वायु प्रदूषण में वृद्धि से लगातार सांस लेने में कठिनाई, त्वचा में एलर्जी, आंखों में जलन और खांसी जैसी दिक्कतें भी पैदा हो जाती है। यदि आपको अस्थमा की समस्या है तो किसी भी आपात स्थिति से बचाव के लिए दवाई के साथ-साथ इनहेलर भी रखना चाहिए।
सांस फूलने जैसी दिक्कतों में इनहेलर से आराम मिल जाता है। डा. विवेक कुमार ने बताया कि दिवाली के समय सांस के रोगियों को गुनगुना पानी पीना चाहिए। गुनगुने पानी पीने से प्रदूषकों को साफ करने में मदद मिलती है। गुनगुना पानी पीने से गले से अतिरिक्त कफ को काम किया जा सकता है।
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जिससे सांस फूलने वाले रोगियों को खांसी में दिक्कत नहीं होती। हमेशा अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। इसमें किसी भी तरह के लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। और बच्चों को भी पटाखों से दूर रखना चाहिए। जरा सी लापरवाही किसी की जान पर भी भारी पड़ सकती है।