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रुके रिजल्ट पर 34 साल कर ली शिक्षिका की नौकरी, किसी को भनक तक नहीं, जानिए कहां का है ये मामला

केवल कन्या पाठशाला इंटर कालेज में शिक्षिका ने बीएड का रिजल्ट रुका होने के बावजूद 34 साल तक नौकरी कर ली। सूचना के अधिकार में यह जानकारी मिली है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की ओर से बताया गया है कि अभी तक शिक्षिका का रिजल्ट ही घोषित नहीं हुआ।

By Edited By: Updated: Mon, 27 Dec 2021 03:13 PM (IST)
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रुके रिजल्ट पर 34 साल कर ली शिक्षिका की नौकरी, किसी को भनक तक नहीं।
संवाद सहयोगी, मंगलौर(हरिद्वार)। उत्तराखंड के मंगलौर(हरिद्वार) के केवल कन्या पाठशाला इंटर कालेज में एक शिक्षिका ने बीएड का रिजल्ट रुका होने के बावजूद 34 साल तक नौकरी कर ली। सूचना के अधिकार में यह जानकारी मिली है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की ओर से बताया गया है कि अभी तक शिक्षिका का रिजल्ट ही घोषित नहीं हुआ है। अब स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका से जवाब मांगा है। साथ ही जवाब नहीं देने पर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है।

नारसन विकासखंड के लाठरदेवा गांव निवासी श्रीकांत ने सूचना के अधिकार के अंतर्गत शिक्षिका की नियुक्ति से संबंधित जानकारी हासिल की। साथ ही प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि मंगलौर के केवल कन्या पाठशाला इंटर कालेज के प्राइमरी विभाग में कार्यरत नीलम ने वर्ष 1984 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में बीएड की परीक्षा दी थी। उनका रिजल्ट विश्वविद्यालय ने रोक दिया था। तीन साल बाद उन्होंने मंगलौर के केवल कन्या पाठशाला इंटर कालेज में प्राइमरी विभाग में शिक्षिका की नौकरी में अपने अभिलेख के साथ बीएड की अंक तालिका भी जमा कराई थी।

कुछ दिन पहले हाईकोर्ट के आदेशानुसार शिक्षा विभाग ने पूर्व में प्राइमरी स्कूलों में नौकरी करने वाले शिक्षकों के अभिलेखों की जांच संबंधित बोर्ड और विश्वविद्यालय से कराई थी। इसमें शिक्षिका के अभिलेख भी सत्यापन के लिए विवि भेजे गए थे। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के गोपनीय और परीक्षा विभाग की ओर से 20 अक्टूबर 2021 को एक पत्र उप शिक्षा अधिकारी नारसन को प्रेषित किया गया। इसमें नीलम की अंक तालिका पर अभिलेख अनुसार परीक्षाफल रुका हुआ है बताया गया है।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि यदि रिजल्ट रुका हुआ है तो नीलम की ओर से जमा की गई अंकतालिका उनके पास कहां से आई। उन्होंने कालेज के प्रबंधक और प्रधानाचार्य के साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी पर भी नियुक्ति में सांठगांठ का आरोप लगाया है। उप शिक्षा अधिकारी बृजपाल राठौर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। अभिलेखों की जांच-पड़ताल की जा रही है।

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