Scholarship Scam: छात्रवृत्ति घोटाले में एसआइटी की बड़ी कार्रवाई, तीन गिरफ्तार
एसआइटी ने छात्रवृत्ति घोटाले में भगवानपुर ब्लॉक के सहायक समाज कल्याण अधिकारी और समाज कल्याण विभाग के दो रिटायर्ड अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Mon, 14 Oct 2019 09:00 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। छात्रवृत्ति घोटाले में एसआइटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हिमाचल प्रदेश की एक निजी यूनिवर्सिटी समेत चार संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। घोटाले में भगवानपुर ब्लॉक के सहायक समाज कल्याण अधिकारी और समाज कल्याण विभाग के दो रिटायर्ड अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों पर फर्जी छात्रों को प्रमाणित करने का आरोप है। पूछताछ में सवालों का माकूल जवाब नहीं मिलने पर एसआइटी ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने पहला मुकदमा सिडकुल थाने में दर्ज कराया था, लेकिन जांच में घोटाले का दायरा बढ़ने पर एसआइटी अब अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज करा रही है। सोमवार को एसआइटी ने कनखल, ज्वालापुर, सिडकुल और पिरान कलियर थाने में तहरीरें दी। इसके आधार पर सोलन हिमाचल प्रदेश के मानव भारती विश्वविद्यालय के खिलाफ सिडकुल थाने में, एसडीआइएमटी (स्वामी दर्शनानंद इंस्टीटयूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी) गुरुकुल महाविद्यालय हरिद्वार के खिलाफ कनखल थाने में और रामानंद इंस्टीट्यूट ज्वालापुर के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि, धनौरी के उत्तराटेक पॉलीटेक्निक के खिलाफ पिरान कलियर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं, घोटाले की पड़ताल में सामने आया है कि सहायक समाज कल्याण अधिकारियों ने फर्जी छात्रों को असली के तौर पर प्रमाणित किया, जिसके बाद विभाग ने संस्थान के खातों में करोड़ों की छात्रवृत्ति भेजी। भौतिक सत्यापन में सामने आया कि बड़ी संख्या में ऐसे छात्रों के नाम छात्रवृत्ति जारी होना दर्शाया गया था, जो न कभी कॉलेज गए और न परीक्षा में शामिल हुए।
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