यहां छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर टावर पर चढ़े एनएसयूआइ से जुड़े तीन छात्र, जानिए
हरिद्वार के एसएमजेएन पीजी कॉलेज में कक्षा प्रतिनिधि सिस्टम से चुनाव कराने की मांग को लेकर एनएसयूआइ से जुड़े छात्रों ने हंगामा किया। जिसके बाद तीन छात्र टावर पर चढ़ गए।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Tue, 03 Sep 2019 06:55 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। एसएमजेएन पीजी कॉलेज में कक्षा प्रतिनिधि सिस्टम से चुनाव कराने की मांग को लेकर एनएसयूआइ से जुड़े छात्रों ने हंगामा किया। कई छात्र परिसर में स्थित टावर पर चढ़ गए और नारेबाजी करने लगे। छात्रों और संगठन के पदाधिकारियों की कॉलेज प्राचार्य से भी नोकझोंक हुई। उन्होंने प्राचार्य पर एबीवीपी के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। वहीं, कॉलेज प्रबंधन ने खराब माहौल का हवाला देते हुए चुनाव कराने से मना कर दिया है। उन्होंने प्रबंधन के इस फैसले की जानकारी जिलाधिकारी को भी दे दी है। प्राचार्य ने छह सितंबर तक कॉलेज में अवकाश घोषित कर दिया है।
एनएमजेएन पीजी कॉलेज में दूसरे दिन भी चुनाव को लेकर माहौल गर्म रहा। एनएसयूआइ के शहर अध्यक्ष चंद्रशेखर चौधरी के नेतृत्व में छात्र नेताओं ने कॉलेज गेट पर कक्षा प्रतिनिधि सिस्टम से चुनाव कराने की मांग को लेकर नारेबाजी और हंगामा किया। इसी बीच सचिन कश्यप, दीपांशु बालियान, अभिषेक चौधरी परिसर में स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गए और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन एबीवीपी के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्राचार्य एबीवीपी के दबाव में आकर चुनाव स्थगित करते हैं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। हालांकि कुछ देर बाद छात्र खुद ही टावर से नीचे उतर आए।
छात्र नेताओं की प्राचार्य डॉ. एसके बत्रा और अन्य शिक्षकों से नोकझोंक भी हुई। प्रदर्शन करने वालों में वरुण भारद्वाज, जय भारद्वाज, सागर गिरोटी, मुकुल भारद्वाज, अभिषेक चौधरी, दीपांशु वालियान, चिराग भारद्वाज, हिमांशु भारद्वाज शामिल रहे। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके बत्रा ने कहा कि छह सितंबर तक अवकाश के दौरान शिक्षण कार्य बंद रहेगा। कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष महंत लखन गिरि ने इस संबंध में जिलाधिकारी को पत्र सौंप दिया है।
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मूक दर्शक बने रहे पुलिसकर्मी
एक तरफ जहां कॉलेज परिसर में एनएसयूआइ से जुड़े छात्र नेता नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे। उस दौरान परिसर में मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें रोकने के बजाए मूकदर्शक बने हुए थे। जबकि हंगामा करने वाले छात्र टावर पर चढ़ गए, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने तक की जहमत नहीं उठाई।
अवकाश घोषित हुआ तो नहीं आए एबीवीपी के पदाधिकारी
कॉलेज में ओपन चुनाव की मांग को लेकर हमंगलवार को हंगामा करने वाले एबीवीपी के पदाधिकारी प्राचार्य का पुतला फूंकने का निर्णय लेकर तैयारी में जुटे थे, लेकिन कॉलेज में छह सितंबर तक अवकाश होने पर वह कॉलेज नहीं पहुंचे। परिषद के नगर मंत्री करन वर्मा ने बताया कि अवकाश घोषित होने की जानकारी के चलते पुतला दहन का कार्यक्रम टाल दिया गया, लेकिन हमारा विरोध हर स्तर पर जारी रहेगा।
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