नए साल में दो रानियों का होगा उनके राजा से मिलन
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में बाघ और बाघिन की संख्या करीब तीस के आसपास है। जिसको बढ़ाने के लिए अब पार्क प्रशासन बाघ और बाघिनों को मिलाने की तैयारी कर रहा है।
हरिद्वार, [बसंत कुमार]: नया साल राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में रहने वाली दो रानियों के लिए खास होगा। दोनों रानियों (बाघिन) को नये साल में राजा मिल जाएगा। इससे आने वाले समय में पार्क में टाइगरों का कुनबा भी बढ़ेगा।
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में बाघ और बाघिन की संख्या करीब तीस के आसपास है। मोतीचूर और कांसरो रेंज पार्क की पश्चिम दिशा में है। गंगा पार स्थित होने के चलते बाघिनों तक पार्क की पूर्वी चीला रेंज में रहने वाले बाघ नहीं पहुंच पा रहे हैं। राजाजी पार्क प्रशासन की ओर से चीला रेंज में रहने वाले बाघों का मोतीचूर और कांसरो रेंज में रह रही बाघिनों से मिलन की तैयारी की जा रही है। पार्क में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए चीला रेंज में एक बाड़ा तैयार किया गया है। जिसमें बाघ एवं बाघिन को एक साथ रहने के लिए तैयार किया जाएगा। इसके बाद दोनों के एक साथ तैयार रहने की स्थिति को देखकर जोड़े को पार्क के विभिन्न क्षेत्रों में छोड़ा जाएगा।
वहीं राजाजी टाइगर रिजर्व के पार्क प्रशासन के डायरेक्टर सनातन सोनकर ने बताया कि पार्क शासन से स्वीकृति मिलते ही इस क्रम में सबसे पहले जनवरी में चीला रेंज से टाइगर को तैयार मोतीचूर एवं कासरो रेंज में रहने वाली बाघिनों के साथ छोड़ा जाएगा। इसके बाद कॉर्बेट पार्क आदि क्षेत्रों से भी पार्क में बाघ-बाघिनों को आपस में मिलवाकर बाघों का कुनबा बढ़ाया जाएगा।
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