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तिरूपति बालाजी के प्रसाद मामले की हो सीबीआइ जांच, करोड़ों सनातनियों की आस्था का है प्रश्न : श्रीमहंत रविंद्र पुरी

Tirupati Balaji Prasad तिरुपति बालाजी प्रसाद मामले ने देशभर में सनसनी फैला दी है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यह पूरे विश्व में फैले करोड़ों सनातनियों की आस्था का मामला है और ऐसे महापाप करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए।

By Anoop kumar singh Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 20 Sep 2024 08:15 PM (IST)
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Tirupati Balaji Prasad: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज। जागरण

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Tirupati Balaji Prasad: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने तिरूपति बालाजी के प्रसाद मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने सीबीआइ जांच की मांग करते हुए कहाकि यह पूरे विश्व में फैले करोड़ों का सनातनियों की आस्‍था का मामला है, ऐसा महापाप करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए।

ड्डुओं में पशु चर्बी मिलाए जाने के मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए

कहा, तिरूपति बालाजी मंदिर में चढ़ने वाले भोग प्रसाद के लड्डुओं में पशु चर्बी मिलाए जाने के मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। इस मामले में देरी नहीं होनी चाहिए। मांग की कि केंद्र सरकार पहल करते हुए तत्काल प्रभाव से तिरूपति बालाजी देवस्थानम् बोर्ड को भंग करे।

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कहा कि, धार्मिक संस्थानों में आध्यात्मिक व्यक्ति, संत और भगवान पर आस्था रखने वाले व्यक्तियों को ही शामिल किया जाना चाहिए, जिससे कोई भी इस प्रकार का कृत्य करने का साहस ना कर सके। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद जल्द इस संदर्भ में बैठक बुलाकर संत समाज के साथ इस गंभीर मामले पर विचार करेगा और गृहमंत्री को पत्र लिखकर कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा।

महापाप करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए

श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज शुक्रवार को हरिद्वार में तिरूपति बालाजी के प्रसाद मामले पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह बड़े दुख का विषय है, भगवान के प्रसाद में पशु चर्बी और फिश ऑयल मिलाने का महापाप करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

बिना सीबीआइ जांच के सत्यता सामने आने में संदेह है। मांग की कि सीबीआइ जांच कर इस षड़यंत्र में शामिल सभी लोगों के चेहरे समाज के सामने लाए, जांच में जो भी दोषी पाया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

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