नंदा देवी एक्सप्रेस की चपेट में ट्रेन की चपेट में आकर दो हाथियों की हुई मौत
हरिद्वार में जमालपुर सीतापुर रेलवे फाटक के निकट नंदा देवी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर दो नर हाथियों की मौत हो गई।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 19 Apr 2019 08:43 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। देहरादून-हरिद्वार रेल ट्रैक एक बार फिर हाथियों के लिए खूनी साबित हुआ। शुक्रवार तड़के नई दिल्ली से देहरादून आने वाली नंदा देवी एक्सप्रेस की चपेट में आने से दो नर हाथियों की मौत हो गई। हरिद्वार वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी आकाश वर्मा ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है, फिलहाल लोको पायलेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
प्रभागीय वनाधिकारी वर्मा ने बताया कि घटनास्थल राजाजी नेशनल पार्क से सटे हरिद्वार वन प्रभाग में है। उन्होंने बताया कि इन दिनों हाथी आबादी क्षेत्र में गन्ने और गेहूं की फसल से आकर्षित होते हैं। संभवत: ये दोनों हाथी भी इसीलिए इस क्षेत्र में आए और वापसी में रेलवे ट्रैक पार करते हुए हादसे का शिकार हो गए। उनके मुताबिक हादसा इतना जबरदस्त था कि इनमें से एक हाथी का दांत भी टूट गया।उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद दोनों हाथियों को दफना दिया गया है। दोनों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच थी। वर्मा के अनुसार विभाग ने जुर्म तो काटा है, लेकिन अभी पुलिस में मुकदमा दर्ज नहीं कराया है। उनका कहना है कि राजाजी नेशनल पार्क में ट्रेन की गति सीमा निर्धारित है, लेकिन हादसे वाला क्षेत्र राजाजी नेशनल पार्क का हिस्सा नहीं है। ऐसे में अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इसमें लोको पायलेट की गलती है या नहीं। जांच के बाद ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
18 साल में 13 हाथी गंवा चुके हैं जान
वर्ष 2000 के बाद राज्य गठन से अब तक 13 हाथी इस रेलवे ट्रैक पर जान गंवा चुके हैं। 13 जनवरी 2013 को भी इसी इलाके में एक साथ दो हाथी ट्रेन की चपेट आने से मारे गए थे। पिछले साल 17 फरवरी 2018 व फिर 20 मार्च को नंदा देवी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हाथियों की मौत हुई। इसके बाद 26 जून 2018 को काठगोदाम एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हो गई थी।
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