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कोटावाली नदी के उफान में यात्रियों से भरी बस फंसी, 70 जिंदगियां बचाने को सीमा विवाद भूले उत्तराखंड व UP पुलिस

हरिद्वार-बिजनौर सीमा पर शनिवार को 70 जिंदगियों को मौत के मुंह में समा जाने से रोकने के लिए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीमा और अधिकार क्षेत्र को किनारे रख दिया। हरिद्वार की पुलिस ने बिजनौर की सीमा में पहुंचकर पहले रेस्क्यू की कमान संभाली। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने कंधे से कंधा जोड़कर नदी में फंसी रोडवेज बस के एक-एक यात्री को सकुशल बचाया।

By Mehtab alamEdited By: riya.pandeyUpdated: Sat, 22 Jul 2023 11:20 PM (IST)
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कोटावाली नदी में फंसी 70 जिंदगियों को बचाने के लिए सीमा विवाद भूल गई उत्तराखंड और यूपी पुलिस

हरिद्वार, [मेहताब आलम]: पुलिस महकमे में सीमा विवाद को लेकर पीड़ितों को एक थाने से दूसरे थाने के बीच भटकाने की खबरें अक्सर सामने आती हैं। कई बार पीड़ित को इंसाफ के लिए एक ही जिले में कई थानों के चक्कर लगाने पड़ जाते हैं।

बात अगर दो राज्यों की सीमा से जुड़ी हो तो मामला और पेचीदा हो जाता है। लेकिन हरिद्वार-बिजनौर सीमा पर शनिवार को 70 जिंदगियों को मौत के मुंह में समा जाने से रोकने के लिए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीमा और अधिकार क्षेत्र को किनारे रख दिया।

हरिद्वार पुलिस ने बिजनौर सीमा पर पहुंच संभाला रेस्क्यू कमान

हरिद्वार की पुलिस ने बिजनौर की सीमा में पहुंचकर पहले रेस्क्यू की कमान संभाली। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने कंधे से कंधा जोड़कर नदी में फंसी रोडवेज बस के एक-एक यात्री को सकुशल बचाया। रेस्क्यू में खाकी का एक समान रूप सामने आया, मौत को करीब से देख चुके यात्री दूसरा जीवन मिलने पर पुलिस को भगवान से कम नहीं मान रहे हैं।

कोटावाली नदी के उफान में यात्रियों से भरी बस फंसी

पुलिस सहित सभी सरकारी महकमों में अधिकार क्षेत्र तय करने के लिए क्षेत्र की सीमाओं का निर्धारण किया जाता है। ताकि नागरिकों की आवश्यकता पूरी हो सके और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी की जवाबदेही तय हो। अपराध होने पर पुलिस महकमे में सीमा विवाद के मामले अक्सर सामने आते हैं। कई मर्तबा आला अधिकारियों को रास्ता निकालना पड़ता है। मगर शनिवार को श्यामपुर-बिजनौर बॉर्डर पर कोटावाली नदी के उफान में यात्रियों से भरी बस फंसने पर दोनों राज्यों की पुलिस ने अधिकार क्षेत्र देखने में वक्त बरबाद नहीं किया।

यात्रियों को बचाने की जद्दोजहद में पुलिस टीम

यूं तो घटनास्थल बिजनौर के मंडावली थाने का था। लेकिन सूचना मिलने पर सबसे पहले श्यामपुर की लालढांग चौकी प्रभारी विनय मोहन द्विवेदी पहुंचे। उनके चंद मिनट बाद ही श्यामपुर थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल आ गए और पुलिस टीमों के साथ मिलकर बस में सवार यात्रियों को बचाने की जद्दोजहद में लग गए।

दोनों राज्यों की पुलिस ने एकजुट होकर किया रेस्क्यू ऑपरेशन

सूचना मिलने पर बिजनौर के मंडावली थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह ने भी घटनास्थल की सीमा जानने की जरूरत नहीं समझी, बस सूचना मिलते ही मौके पर दौड़ पड़े। दोनों राज्यों की पुलिस ने एकजुट होकर रेस्क्यू ऑपरेशन किया। जिसका नतीजा यह रहा कि क्रेन की मदद से बस में नदी में समाने से रोक लिया गया और सभी 70 यात्रियों की जान बच गई।

एसएसपी अजय सिंह, एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह सहित हरिद्वार के आला अधिकारियों ने श्यामपुर थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल व उनकी टीम को शाबाशी दी। बिजनौर के पुलिस अधिकारियों ने भी हरिद्वार पुलिस की सराहना की और अपनी पुलिस टीम की पीठ भी थपथपाई।