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Coronavirus: हरिद्वार में कोरोना का खतरा बरकरार, दो हजार रिपोर्ट का इंतजार

हरिद्वार जिला अब ग्रीन जोन से ओरेंज जोन में आ गया। यहां कोरोना का खतरा अभी बरकरार है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में भले 1824 सैंपल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Mon, 25 May 2020 09:19 AM (IST)
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Coronavirus: हरिद्वार में कोरोना का खतरा बरकरार, दो हजार रिपोर्ट का इंतजार
हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार जिला अब ग्रीन जोन से ओरेंज जोन में आ गया। यहां कोरोना का खतरा अभी बरकरार है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में भले 1824 सैंपल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है, लेकिन संख्या इससे कहीं ज्यादा है। महत्वपूर्ण यह कि जिन लोगों की सैंपल रिपोर्ट आनी है, उनमें 21 से 23 मई के बीच मुंबई, अमृतसर और बेंगलुरु से आए हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के 915 प्रवासी भी शामिल हैं। 

रेड जोन मुंबई से आए दूसरे जनपदों के प्रवासियों की जिस तरह कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उसे देख हरिद्वार जिले जिले में भी कोरोना पॉजिटिव बढ़ने संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग भी मानकर चल रहा है कि अभी जिले में कोरोना का खतरा बरकरार है। 

चार से 18 अप्रैल के मध्य हरिद्वार जिले में आए सातों कोरोना मरीज भले स्वस्थ होकर लौट चुके हों, लेकिन जिले में बीते एक सप्ताह में सात नए मामलों का आना निस्संदेह चिंताजनक है। महत्वपूर्ण यह कि सात में से पांच कोरोना पॉजीटिव रेड जोन महाराष्ट्र से आये हैं। रविवार को जिले में कोई कोरोना पॉजिटिव भले नहीं आया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग यह मानकर चल रहा है कि जो दो हजार सैंपल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है, उसमें पॉजिटिव केस काफी हो सकते हैं। 

इनमें भी 21 मई को मुंबई से श्रमिक स्पेशल से आये प्रवासियों की रिपोर्ट हैरान करने वाली हो सकती है। सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी के अनुसार सैंपलिंग में तेजी लाई गई है। 21 से 23 मई तक स्पेशल ट्रेन से आये नौ सौ से अधिक प्रवासियों की करीब-करीब सैंपलिंग हो चुकी है। जिले के 1824 सैंपल की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। 

गणपति एन्क्लेव को किया सील

शनिवार शाम आया कोरोना पॉजिटिव युवक सिडकुल क्षेत्र के कृषभ विहार में नहीं,  बल्कि बहादराबाद क्षेत्र के गणपति एन्क्लेव में अपने साथी के साथ रहता था। प्रशासन ने संबंधित कॉलोनी के प्रवेश और निवास द्वार को सील करने के साथ ही पुलिस का पहरा बैठा दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मकान मालिक और उनके स्वजन समेत करीब 11 लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया है। 

इन सभी के सैंपल लिए जाएंगे। इसके अलावा कॉलोनी की करीब 250 आबादी को भी अगले दस दिनों तक होम क्वरंटाइन में ही रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक के संपर्क में आये दो सब्जी और एक डेयरी वाले को भी चिह्नित किया है। इनकी जांच की गई। 

बताते चलें कि कोरोना पॉजिटिव युवक के साथी का भी 20 मई को सैंपल लिया गया था। उसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। दोनों 19 मई को सिडकुल स्थित कंपनी में ड्यूटी ज्वाइन करने गए थे। कोरोना संक्रमण जैसे लक्षणों के चलते कंपनी प्रबंधन की ओर से उन्हें जांच कराने की सलाह दी गई थी। मेला अस्पताल में 20 मई को इनके सैंपल लिये गये थे।  

होम क्वारंटाइन किया युवक घर से भागा 

बहादराबाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक युवक को होम क्वारंटाइन किया था, लेकिन युवक फरार हो गया। इस पर पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार रामगोपाल निवासी वीआइपी कॉलोनी दादूपुर में रह रहा था जो कुछ दिन पहले ही बाहर से लौटा था। 

इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दिए जाने पर उसे घर पर ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया था, लेकिन नियमों का उल्लंघन करते हुए वह कमरे से फरार हो गया है। स्थानीय लोगों ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी गयी। सूचना मिलते ही पुलिस उसके कमरे पर पहुंची, लेकिन वह गायब मिला। बहादराबाद पुलिस ने रामगोपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

महाराष्ट्र व अन्य राज्यों से लौटे 36 लोगों के सैंपल लिए 

लक्सर क्षेत्र में महाराष्ट्र के रेड जोन से अपने गांव लौटे एक व्यक्ति समेत देश के अन्य हिस्सों से क्षेत्र में पहुंचे 36 लोगों के सैंपल लिए गए। स्वास्थ्य विभाग ने महाराष्ट्र से खानपुर पहुंचे व्यक्ति का सैंपल लेने के बाद होम क्वारंटाइन कर दिया है। 

खानपुर सीएचसी प्रभारी डॉ. विनीत कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र से खानपुर के दल्लावाला गांव पहुंचे एक व्यक्ति का सीएचसी खानपुर में सैंपल लिया गया है। सैंपल लेने के बाद उसे होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों के रेड जोन से लौटे 21 अन्य लोगों के भी सैंपल लिए गए हैं। 

उन्होंने बताया कि रविवार से खानपुर सीएचसी पर कोरेना के सैंपल के लिय बूथ स्थापित हो गया है। महाराष्ट्र के पुणे से भी एक अन्य व्यक्ति तुगलपुर गांव लौटा है। उसका भी सैंपल लेने की तैयारी की जा रही है। लक्सर सीएचसी पर अलग-अलग राज्य से लौटे 14 लोगों की सैंपलिंग की गई है। लक्सर की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की नियमित सैंपङ्क्षलग की जा रही है।

मुंडाखेड़ा गांव सील होने के बावजूद हो रही आवाजाही

लक्सर क्षेत्र में मुंडाखेड़ा कलां गांव में नियमों का पालन नहीं हो रहा है। गांव सील होने के बाद भी कुछ लोग इधर-उधर आवाजाही कर रहे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन को इसकी शिकायत की है।

महाराष्ट्र से वापस लौटे दो युवकों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मुंडाखेड़ा कलां गांव को सील कर दिया गया था। ग्रामीणों ने एक जनप्रतिनिधि समेत कुछ लोगों पर नियमों का उल्लंघन किए जाने का आरोप लगाया है। 

ग्रामीणों का आरोप है कि क्वारंटाइन किए गए कुछ लोगों के साथ जनप्रतिनिधि को घूमते देखा गया है। मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की गई है। ग्रामीण सतीश, सुनील, मोनू, बिट्टू, पंकज, श्यामलाल, आदेश, राजेंद्र, राजबीर, बाबूराम आदि ने पुलिस और प्रशासन को शिकायत कर कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

दाबकी गांव में ग्रामीणों को मिली छूट को बताया गलत

लक्सर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद सील किए गए दाबकी गांव को प्रशासन की ओर से छूट दिए जाने को एसडीएम ने गलत बताया है। उन्होंने किसी भी तरह की छूट से इंकार किया है।

दाबकी गांव निवासी एक महिला के सात वर्षीय बेटे का एम्स ऋषिकेश में उपचार चल रहा है। बालक की स्वास्थ्य जांच में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद गांव को सील कर दिया गया था। इस बीच कुछ ग्रामीणों ने बताया कि बालक और उसकी मां 19 मई से ही ऋषिकेश में थे। उनका स्थानीय किसी व्यक्ति के साथ संपर्क नहीं रहा है। 

ऐसे में गांव को सील करने से ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। जिस पर गांव के आधे हिस्से को सील कर बाकी हिस्से में रह रहे ग्रामीणों को आवागमन के लिए छूट दे दी जाए। उनका कहना था एसडीएम द्वारा गांव के आधे हिस्से को सील कर बाकी हिस्से के ग्रामीणों को छूट दे दी गई है। 

एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि ग्रामीणों को किसी तरह की छूट नहीं दी गई है। जो लोग ऐसी अफवाह फैला रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं ग्राम प्रधान सतवीर सिंह का कहना है कि गांव के कुछ हिस्से में ग्रामीणों का आवागमन जारी है।

स्वास्थ्य विभाग की 19 टीमें स्वास्थ्य जांच में जुटी

लक्सर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मामले मिलने के बाद सील किए गए गांवों में स्वास्थ्य विभाग की 19 टीमों को डोर टू डोर सर्वे के लिए लगाया गया है। एक बालक और दो युवकों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने लक्सर के दाबकी महेश्वरी, मुंडाखेड़ा कलां और दरगाहपुर गांवों को सील कर दिया था। हालांकि अब प्रशासन ने यहां आंशिक राहत दी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ग्रामीणों की सेहत को लेकर सर्तक है। 

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ऐसे में तीनों गांव में 94 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। साथ ही गांवों की करीब 15 हजार की आबादी का स्वास्थ्य सर्वे शुरू कर दिया गया है। लक्सर सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की 19 टीमों को डोर टू डोर सर्वे के लिए लगाया गया है।

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