बाबा रामदेव ने कश्मीर में धारा 370 को लेकर दिया बयान, जानिए क्या कहा
बाबा रामदेव का कहना है कि कश्मीर से धारा 370 हटाई जानी चाहिए। अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में जल्द यह काम करके दिखाएंगे।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 04 Aug 2019 08:58 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया जाना चाहिए। देश में दो कानून नहीं चलने चाहिए। जल्दी ही देश में वह दिन आने वाला है जब देश में एक संविधान और एक कानून होगा।उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने कश्मीर की समस्या को 70 सालों तक उलझा कर रखा।
रविवार को आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिन को जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में बाद पत्रकारों से बातचीत में योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने कश्मीर की समस्या को 70 सालों तक उलझा कर रखा। किसी भी देश में दो-दो कानून लागू नहीं हैं। केंद्र सरकार को अब कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटा देना चाहिए।कश्मीर और कांग्रेस के जो नेता इसकी मुखालफत कर रहे हैं, वह देश का भला नहीं चाहते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वक्त जम्मू कश्मीर में सरकार की सतर्कता इस बात की और इशारा कर रही है कि जल्द ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने वाला है। उनका ये भी कहना है देश की एकता अखंडता के लिए यह जरूरी भी है कि देश में एक संविधान, एक झंडा और एक ही एजेंडा हों। स्वामी रामदेव ने कहा कि जम्मू कश्मीर हमारा है और हमारा ही रहेगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर में भारत को गाली देने, तिरंगे का अपमान करने, पाक के पैसे से उपद्रव और सेना पर हमला करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
बाबा रामदेव ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर देश को लोगों को धीरज रखना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पाक अधिकृत कश्मीर का भारत में विलय होगा। राम मंदिर पर बोलते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही आशंका जताई थी कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई मध्यस्था कमेटी कुछ करने वाली नहीं है। राम मंदिर का मामला करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है और अब सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में जल्दी से जल्दी सुनवाई करके जल्द फैसला देना चाहिए, जिससे राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो सके। बाबा रामदेव ने सवाल उठाया कि राम का मंदिर अगर भारत में नहीं तो क्या मक्का मदीना और पाकिस्तान में बनेगा।ग्रंथों का किया विमोचन
रविवार को जड़ी बूटी दिवस पर हस्तलिखित ग्रन्थों पर आधारित 11 ग्रन्थों. बिंदुसार, गोविंददासोत्सव:, आयुर्वेद ज्ञानावली भाग 1, आयुर्वेद ज्ञानावली भाग 4, राजनिघण्टु, मदनपाल निघण्टु, सरस्वती निघण्टु, अभिधानरत्नमाला, पर्यायरत्नमाला, वैदिक ब्रमचर्य गीत और वेज टुवर्डस ए हैप्पी लाइफ का विमोचन और लोकार्पण किया गया। आचार्य बालकृष्ण ने जड़ी-बूटी से संबंधित जानकारियों को इन ग्र्रंथों में शामिल किया है। यह भी पढ़ें: अनुग्रह नारायण बोले, नेता कितना ही बड़ा हो; अनुशासनहीनता सहन नहीं
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