दोस्तों के साथ नहाने गए 10वीं के छात्र की गौला नदी में डूबकर मौत, परिवार में कोहराम
रामपुर रोड पर रहने वाले १०वीं के छात्र की गौला नदी में डूबने से मौत हो गई। वह दोस्त के साथ शनिवार दोपहर गुलाबघाटी मोड़ के पास नदी में नहाने गया था।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 14 Apr 2019 09:47 AM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : रामपुर रोड पर रहने वाले १०वीं के छात्र की गौला नदी में डूबने से मौत हो गई। वह दोस्त के साथ शनिवार दोपहर गुलाबघाटी मोड़ के पास नदी में नहाने गया था। छात्र की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है।
हरिपुर सूखा के हरिपुरम में रहने वाले मनीष मेहरा (१८) पुत्र भीम सिंह मेहरा ने इस बार १०वीं की परीक्षाएं दी थीं। वह कुछ दिन पहले तक नैनीताल रोड स्थित बंसल ज्वैलर्स की दुकान में काम भी करता था। शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मनीष अपने दोस्त ऋषभ जायसवाल निवासी कृष्णा कॉलोनी देवलचौड़ के साथ गौला नदी में नहाने गया था। ऋषभ ने बताया कि दोनों गुलाबघाटी मोड़ के पास नदी में नहा रहे थे। इसी दौरान मनीष भंवर में फंसकर डूब गया। मनीष को डूबते देख ऋषभ ने काफी शोर मचाया, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। लोगों की सूचना पर करीब २० मिनट बाद पुलिस के गोताखोर पहुंचे और भंवर में फंसे मनीष को निकाला। मनीष को पुलिस बृजलाल हॉस्पिटल लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तीन बजे मनीष की मौत की खबर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। उसके पिता भीम सिंह मेहरा व मां समेत परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। बेटे का शव देख परिजनों के करुण क्रंदन से अस्पताल का माहौल गमगीन हो गया। थानाध्यक्ष काठगोदाम कमाल हसन ने बताया कि मनीष के शव को मोर्चरी में रखा गया है। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
हरिपुर सूखा के हरिपुरम में रहने वाले मनीष मेहरा (१८) पुत्र भीम सिंह मेहरा ने इस बार १०वीं की परीक्षाएं दी थीं। वह कुछ दिन पहले तक नैनीताल रोड स्थित बंसल ज्वैलर्स की दुकान में काम भी करता था। शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मनीष अपने दोस्त ऋषभ जायसवाल निवासी कृष्णा कॉलोनी देवलचौड़ के साथ गौला नदी में नहाने गया था। ऋषभ ने बताया कि दोनों गुलाबघाटी मोड़ के पास नदी में नहा रहे थे। इसी दौरान मनीष भंवर में फंसकर डूब गया। मनीष को डूबते देख ऋषभ ने काफी शोर मचाया, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। लोगों की सूचना पर करीब २० मिनट बाद पुलिस के गोताखोर पहुंचे और भंवर में फंसे मनीष को निकाला। मनीष को पुलिस बृजलाल हॉस्पिटल लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तीन बजे मनीष की मौत की खबर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। उसके पिता भीम सिंह मेहरा व मां समेत परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। बेटे का शव देख परिजनों के करुण क्रंदन से अस्पताल का माहौल गमगीन हो गया। थानाध्यक्ष काठगोदाम कमाल हसन ने बताया कि मनीष के शव को मोर्चरी में रखा गया है। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
मां खाने पर करती रही इंतजार, आई मौत की खबर
मां का लाडले के साथ बैठकर खाने का इंतजार अब कभी खत्म नहीं होगा। वो बेटा जो मां से साथ खाने की बात कहकर निकला था, वह काल का ग्रास बन गया। करीब तीन बजे मां को फोन पर इसका पता लगा तो कलेजा बाहर आ गया। मोर्चरी के बाहर रो-रोकर मां व बहन का बुरा हाल था, तो पिता बेसुध थे।
वन विभाग में काम करने वाले भीम सिंह मेहरा का मनीष सबसे बड़ा बेटा था। मनीष की छोटी बहन ज्योति नौवीं कक्षा और सबसे छोटा भाई अरुण मेहरा पांचवीं कक्षा में पढ़ता है। मां ने बताया कि दोपहर 12 बजे मनीष पिता को खाना देने गया था। वह जाते-जाते मां से खाना न खाने और उसके आने के बाद साथ खाने को कहकर निकला था। अष्टमी व नवमी का पर्व होने की वजह से मां ने भी बेटे के लिए पकवान बना रखे थे। करीब तीन बजे मां के मोबाइल फोन पर मनीष के साथ काम कर चुकी एक युवती का फोन आया। युवती के मनीष की मौत की खबर बताते ही मां पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। मोर्चरी में मां रोते-रोते बेटे की मौत के लिए दोस्त को जिम्मेदार ठहरा रही थी। ऋषभ से पुलिस ने की पूछताछ
मनीष की मौत का कारण जानने के लिए पुलिस व परिजनों ने उसके दोस्त ऋषभ से पूछताछ की। ऋषभ का कहना था कि वह बचपन से मनीष के साथ पला-बढ़ा है और उसे भाई की तरह मानता था। ऋषभ के मुताबिक, मनीष ने उससे नहाने के लिए शैंपू मंगाए थे, जिस कारण वह कुछ पीछे हो गया। जब तक वह गुलाबघाटी मोड़ तक पहुंचा तो मनीष डूब रहा था। उसने काफी शोर मचाया और लोगों से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद वह समीप स्थित जलसंस्थान के ऑफिस गया और वहां मौजूद लोगों से मदद मांगी।
मां का लाडले के साथ बैठकर खाने का इंतजार अब कभी खत्म नहीं होगा। वो बेटा जो मां से साथ खाने की बात कहकर निकला था, वह काल का ग्रास बन गया। करीब तीन बजे मां को फोन पर इसका पता लगा तो कलेजा बाहर आ गया। मोर्चरी के बाहर रो-रोकर मां व बहन का बुरा हाल था, तो पिता बेसुध थे।
वन विभाग में काम करने वाले भीम सिंह मेहरा का मनीष सबसे बड़ा बेटा था। मनीष की छोटी बहन ज्योति नौवीं कक्षा और सबसे छोटा भाई अरुण मेहरा पांचवीं कक्षा में पढ़ता है। मां ने बताया कि दोपहर 12 बजे मनीष पिता को खाना देने गया था। वह जाते-जाते मां से खाना न खाने और उसके आने के बाद साथ खाने को कहकर निकला था। अष्टमी व नवमी का पर्व होने की वजह से मां ने भी बेटे के लिए पकवान बना रखे थे। करीब तीन बजे मां के मोबाइल फोन पर मनीष के साथ काम कर चुकी एक युवती का फोन आया। युवती के मनीष की मौत की खबर बताते ही मां पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। मोर्चरी में मां रोते-रोते बेटे की मौत के लिए दोस्त को जिम्मेदार ठहरा रही थी। ऋषभ से पुलिस ने की पूछताछ
मनीष की मौत का कारण जानने के लिए पुलिस व परिजनों ने उसके दोस्त ऋषभ से पूछताछ की। ऋषभ का कहना था कि वह बचपन से मनीष के साथ पला-बढ़ा है और उसे भाई की तरह मानता था। ऋषभ के मुताबिक, मनीष ने उससे नहाने के लिए शैंपू मंगाए थे, जिस कारण वह कुछ पीछे हो गया। जब तक वह गुलाबघाटी मोड़ तक पहुंचा तो मनीष डूब रहा था। उसने काफी शोर मचाया और लोगों से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद वह समीप स्थित जलसंस्थान के ऑफिस गया और वहां मौजूद लोगों से मदद मांगी।
यह भी पढ़ें : टूरिस्ट स्पॉट : बर्ड वॉचिंग करना हो तो आइए देवभूमि के स्याही देवीयह भी पढ़ें : लाइन में लगी महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ा, जानिए विधान सभावार ब्योरा
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।