आचार संहिता में निर्माण कार्य के आरोपित प्रशासक, ईओ व दो कर्मचारी जांच में दोषी nainital news
नगर निकाय चुनाव की आचार संहिता में लाखों रुपये के निर्माण कार्य के आरोपित प्रशासक ईओ समेत निगम के दो कर्मचारी जांच में दोषी पाए गए हैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 09 Jan 2020 05:49 PM (IST)
चम्पावत, जेएनएन : नगर निकाय चुनाव की आचार संहिता में लाखों रुपये के निर्माण कार्य के आरोपित प्रशासक, ईओ समेत निगम के दो कर्मचारी जांच में दोषी पाए गए हैं। डीएम की ओर से गठित जांच समिति की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई। ऐसे में जल्द ही बड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
दैनिक जागरण ने आरटीआइ से किया खुलासा गत वर्ष निकाय चुनाव की आचार संहिता के दौरान नगर पालिका चम्पावत में लाखों रुपये के निर्माण कार्य कराए गए थे। यही नहीं, बिल के भुगतान करने में भी हेराफेरी का आरोप लगा। दैनिक जागरण ने आरटीआइ के माध्यम से मामले का खुलासा किया। खबरें प्रकाशित होने के बाद तत्कालीन डीएम रणवीर सिंह चौहान ने एडीएम टीएस मर्तोलिया के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। इसी बीच शासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम से जांच कर रिपोर्ट तलब कर ली। करीब नौ महीने बाद जांच टीम ने रिपोर्ट डीएम को सौंप दी।
इन लोगों के खिलाफ आरोप सिद्ध सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में तत्कालीन प्रशासक/एसडीएम, ईओ, नगर पालिका लेखाकार व सहायक लेखा लिपिक पर आरोप सिद्ध हुए हैं। प्रशासक व ईओ पर आचार संहिता के दौरान काम कराने का आरोप सिद्ध हुआ है। कर्मचारी बिल के भुगतान में लापरवाही करने के दोषी पाए गए हैं। जांच में आचार संहिता के दौरान करीब 50 लाख के पांच कार्य किए जाने की बात सामने आई है। एलईडी लाइट खरीद में बिल भुगतान करने में भी गड़बड़ी उजागर हुई है। डीएम एसएन पांडे ने आरोपितों के नाम खोलते हुए करीब पांच पन्नों की जांच रिपोर्ट शहरी विकास विभाग सचिव व निदेशक को भेज दी। मामले में दोषी अधिकारियों के नाम बताने से डीएम ने मना कर दिया।
सचिव ने कहा कि मिल गई जांच रिपोर्ट विनोद सुमन, निदेशक, शहरी विकास विभाग, उत्तराखंड ने बताया कि नगर पालिका चम्पावत में आचार संहिता के दौरान कार्य कराने व बिल के भुगतान में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। डीएम की ओर से गठित जांच टीम की रिपोर्ट मिल गई है। मामले में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं शैलेष बगोली, सचिव, शहरी विकास विभाग का कहना है कि जांच रिपोर्ट के बारे में मुझे अभी जानकारी नहीं है। मैं अवकाश पर हूं। आने के बाद जांच रिपोर्ट देखूंगा। मामले में जो उचित होगा कार्रवाई की जाएगी।
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