कुमाऊं विवि में गलत तरीके से छात्रों को दे दिया गया एडमिशन, जांच के लिए कमेटी गठित
कुमाऊं विवि कार्य परिषद ने एम-फार्मा में तीन छात्रों को गलत तरीके से दाखिला देने व एक प्राध्यापक द्वारा उत्तर पुस्तिका जांचने से इन्कार करने के मामले में जांच कमेटी नियुक्त की।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 06 May 2019 10:51 AM (IST)
नैनीताल, जेएनएन : कुमाऊं विवि कार्य परिषद ने भीमताल परिसर में एम-फार्मा में तीन छात्रों को गलत तरीके से दाखिला देने तथा एक प्राध्यापक द्वारा परीक्षा उत्तर पुस्तिका जांचने से इन्कार करने के मामले में जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। उत्तर पुस्तिका जांचने से इन्कार करने के मामले में प्रोफेसर को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों ना निलंबन की कार्रवाई की जाए। कार्य परिषद ने अक्टूबर माह में प्रस्तावित दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति को आमंत्रित करने तथा तिब्बती सर्वोच्च नेता दलाई लामा को मानद उपाधि प्रदान करने के प्रस्ताव को लेकर कुलाधिपति को भेजने की सहमति प्रदान कर दी है।
रविवार को विवि प्रशासनिक भवन में कुलपति प्रो. डीके नौडिय़ाल की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में पीएचडी शोध ग्रंथ पुनर्मूल्यांकन का शुल्क ढाई हजार से बढ़ाकर चार हजार जबकि डी-लिट, डीएससी का चार हजार से बढ़ाकर दस हजार करने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। रिटायर कर्मचारियों को वित्त विभाग के 2012 के शासनादेश के अनुसार माह की पहली तारीख को रिटायर होने पर 31 दिसंबर तक सेवाएं मानने तथा दो तारीख को रिटायर होने पर पूरे माह के वेतन देने का निर्णय लिया गया। भीमताल में फार्मेसी विभाग में दाखिले में गड़बड़ी मामले में जांच समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। यह मामला हाई कोर्ट भी पहुंचा, अब कार्य परिषद ने इसके पुन: परीक्षण का निर्णय लिया, जबकि गणित की प्राध्यापक डॉ. आशा श्रीवास्तव द्वारा उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन करने से इन्कार करने के मामले में निलंबन या सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्णय लिया। संविदा प्राध्यापकों को यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार मासिक 50 हजार रुपये मानदेय का मामला शासन को रेफर करने पर सहमति बनी।
31 पीएचडी पर लगी मुहर
कार्य परिषद ने विभिन्न विभागों के 31 शोधार्थियों की पीएचडी अवार्ड करने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई। इसमें मनोविज्ञान में पांच, वनस्पति विज्ञान में चार, हिंदी, गणित, इतिहास में तीन-तीन, पर्यटन विभाग, एमबीए, समाज शास्त्र, वानिकी में दो-दो, विधि, फार्मेसी, वाणिज्य, जंतु विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान में एक-एक पीएचडी अवार्ड का अनुमोद किया गया।
दस प्राध्यापकों को तोहफा, वित्त अधिकारी समेत अन्य नियुक्तियों का अनुमोदन
कार्य परिषद ने दस प्राध्यापकों को तोहफा दिया। इसमें पांच को पदोन्नति जबकि पांच को सत्रांत लाभ प्रदान किया गया। कॅरियर एडवांस स्कीम के तहत भीमताल प्रबंध अध्ययन संकाय के डॉ. अमित जोशी का प्रोफेसर पद पर दस हजार ग्रेड पे, जबकि रसायन विज्ञान विभाग की डॉ. प्रियंका सागर, भूगोल विभाग की डॉ. ज्योति जोशी, डॉ. प्रकाश चनियाल, कंप्यूटर विज्ञान विभाग के डॉ. आशीष मेहता को एसोसिएट प्रोफेसर में नौ हजार ग्रेड वेतन में पदोन्नति प्रदान की गई। हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में हिन्दी विभाग की प्रो. नीरजा टंडन, अर्थशास्त्र के प्रो. एलएस बिष्टï व डॉ. एमसी पंत, भूगर्भ विज्ञान के प्रो. एके शर्मा व रसायन की प्रो. चंद्रकला पंत को जून तक सत्रांत लाभ देने को हरी झंडी दी गई। वित्त अधिकारी दिनेश राणा, डिप्टी रजिस्ट्रार दुर्गेश डिमरी व केआर भट्ट, संगीत विभागाध्यक्ष में डॉ. रवि जोशी, फार्मेसी विभागाध्यक्ष पद पर डॉ. अर्चना नेगी की नियुक्ति का अनुमोदन किया गया। कॅरियर स्क्रीनिंग कमेटी में वीसी के साथ ही डीन फैकल्टी व दो विशेषज्ञों की कमेटी बनाने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगी।
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