चार हजार किमी साइकल चलाकर अल्मोड़ा से लद्दाख के खरदुंगला पास पहुंचे अजय, पांच दिन मैगी पर गुजारा जीवन
अल्मोड़ा निवासी 22 वर्षीय युवक अजय सिंह ने अल्मोड़ा से लेह लद्दाख की ऐतिहासिक और रोमांचक यात्रा की है। वह साइकिल से ही 5359 मीटर ऊंचाई पर स्थित खरदुंगला पास तक फिर वहां से साइकिल से अल्मोड़ा पहुंचे। यात्रा के दौरान उन्हें तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : 22 वर्षीय युवक अजय सिंह (Cyclist Ajay Singh Fartyal) ने 29 दिन में चार हजार किमी साइकिल से यात्रा करने का रिकार्ड बनाया है। अल्मोड़ा से लेह लद्दाख के 5359 मीटर ऊंचाई पर स्थित खरदुंगला पास तक फिर वहां से साइकिल से अल्मोड़ा पहुंचे। अजय की उपलब्धि पर क्षेत्रवासियों ने हर्ष व्यक्त कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
पर्यावरण संरक्षण व साइकिलिंग को बढ़ावा देना था मकसद
साइकिलिस्ट अजय सिंह (Cyclist Ajay Singh Fartyal) ने पर्यावरण संरक्षण व साइकिलिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक जून को यह यात्रा शुरू की। बीते चार जुलाई को चार हजार किमी यात्रा पूरी कर अल्मोड़ा पहुंचे। यात्रा के दौरान उन्हें तमाम तरह की चुनौतियों से गुजरना पड़ा। इस दौरान कई तरह के अच्छे-बुरे अनुभव हुए।
साइकिलिस्ट अजय की यात्रा के पड़ाव
Almora to laddakh by Cycle : अल्मोड़ा से नैनीताल, काशीपुर, हरिद्वार, देहरादून, हिमाचल होते हुए चंडीगढ़ पहुंचे। इसके बाद होशियारपुर होते हुए श्रीनगर पहुंचे। यहां से 3528 मी जोजिला पास, 3700 मी. नामिकाला, 4738 मी. नकीला पास, 4890 मी. बारालाछला पास, 5059मी लाचुंगला पास, 5359 मी. खरदुंगला की बेहद दुर्गम और बर्फीले चट्टानों में अपने अभियान के तहत पहुंचे।
आखिर में हो गई रुपयों की किल्लत
उनके पड़ाव में अधिकांश क्षेत्र चीन सीमा के पास है। साइकिलिस्ट अजय ने बताया कि यात्रा के समय उनके पास केवल 15 हजार रुपए थे। लेकिन अन्य साधन न होने के बाद भी उन्होंने भूख-प्यास और अन्य कठिनाइयों की परवाह किए बगैर अपनी यात्रा जारी रखी। उन्होंने बताया कि तब वह बहुत परेशान हो गए, जब उनके पास केवल 350 रुपए ही शेष रह गए थे।
पांच दिन मैगी खाकर और पानी पीकर यात्रा
अजय ने बताया कि पैंगोंग लेक से सर्चू तक पांच दिन मैगी खाकर और पानी पीकर अपनी यात्रा जारी रखी। फिर डिप्रिंग नामक जगह में एक टैक्सी चालक ने उन्हें 500 रुपए की मदद की। अल्मोड़ा पहुंचकर अजय ने अपनी यात्रा पूरा होने पर सभी चोटियों के चित्रों को फ्रेम कर अपर जिलाधिकारी सीएस मार्टोलिया को भेंट की। डीएम वंदना से भी मुलाकात की। इसके बाद जिला प्रशासन ने उनकी आर्थिक मदद की।