Move to Jagran APP

अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पुलिस अलर्ट, नेपाल के साथ UP जाने वाले 58 चोर रास्तों पर कड़ा पहरा

Amritpal Singh की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पुलिस हाई अलर्ट पर है। भगोड़े अमृतपाल सिंह के नेपाल के साथ ही उत्तर प्रदेश को जाने वाले चोर रास्तों पर पुलिस का कड़ा पहरा है। यहां पैदल जाने वालों व वाहनों की सख्ती से चेकिंग की जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Mon, 27 Mar 2023 09:20 AM (IST)
Hero Image
वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह। (फाइल फोटो)

रुद्रपुर, जागरण संवाददाता। वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने की आशंकाओं के बीच उसकी लोकेशन उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मिलने के बाद बॉर्डर पर पुलिस ने चेकिंग कड़ी कर दी है। नेपाल के साथ ही उत्तर प्रदेश को जाने वाले 58 चोर रास्तों पर भी पुलिस की नजर है।

ये है पूरा मामला

वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथियों की पंजाब में हुई गिरफ्तारी के बाद उसके नेपाल के रास्ते विदेश भागने की आशंका है। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश से सटे बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली, रामपुर और पीलीभीत के साथ ही पड़ोसी नेपाल से सटे बॉर्डर को सील कर चेकिंग की जा रही है। साथ ही फरार अमृतपाल सिंह और उसके चार साथियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा किए गए हैं। इधर, फरार अमृतपाल सिंह की लोकेशन लखीमपुर खीरी में ट्रेस होने की सूचना के बाद वाहनों के साथ ही पैदल आने वालों पर नजर रखकर उनसे पूछताछ की जा रही है।

इन रास्तों पर चेकिंग शुरू

जसपुर, काशीपुर, कुंडा, गदरपुर, रुद्रपुर, किच्छा, पुलभट्टा, सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा और झनकइया से उत्तर प्रदेश को आने जाने वाले चोर रास्तों पर भी पुलिस ने चेकिंग शुरू कर दी है। ताकि चोर रास्तों के जरिए वह जिले में प्रवेश न कर सके। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि उप्र से सटे सभी बॉर्डर पर कड़ी चेकिंग की जा रही है। इंटरनेट मीडिया में 40 से अधिक समर्थक चिह्नित: अमृतपाल सिंह के फरार होने के बाद खुफिया एजेंसी और पुलिस के साइबर सेल की नजर इंटरनेट मीडिया पर भी बनी हुई है।

अमृतपाल को फॉलो और लाइक करने वालों को किया चिन्हित

इंटरनेट मीडिया में अमृतपाल सिंह को फॉलो और लाइक करने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां उनकी पहचान कर काउंसलिंग कर रही है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक सप्ताह में ही जिले में 40 से अधिक लोग चिह्नित किए गए हैं। इसमें से कुछ लोगों का पता लगाकर उनकी काउंसलिंग की जा चुकी है। जबकि कुछ लोगों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।