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आरोपित ने कहा, बड़े भाई को रोहित ने बना दिया था नशेड़ी इसलिए मारी गोली

रोहित तिवारी को गोली मारने वाले आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपित संदीप ने बताया कि उसके बड़े भाई को स्मैक की लत लग गई थी।

By Edited By: Updated: Fri, 11 Jan 2019 06:49 PM (IST)
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आरोपित ने कहा, बड़े भाई को रोहित ने बना दिया था नशेड़ी इसलिए मारी गोली
नैनीताल, जेएनएन : रोहित तिवारी को गोली मारने वाले आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपित संदीप ने बताया कि उसके बड़े भाई को स्मैक की लत लग गई थी। इसका मुख्य कारण रोहित ही था। भाई के नशे में डूबे रहने के कारण उसके घर की आर्थिक स्थिति भी काफी दयनीय हो गई। कई जगह उसका उपचार भी कराया गया, लेकिन उसकी नशे की लत नहीं छूटी। इसी से आहत होकर उसने अंकुर के साथ मिलकर रोहित को जान से मारने का प्लान बना लिया। पुलिस ने पकड़े गए दो आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
गुरुवार को कोतवाली पुलिस ने शहर के मल्लीताल मुख्य डाकघर के समीप व्यापारी कृष्ण चंद्र तिवारी के पुत्र रोहित तिवारी पर हत्या की नियत से गोली मारने की वारदात से पर्दा उठा दिया। सीओ सिटी विजय थापा व कोतवाल विपिन पंत ने कोतवाली में प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का खुलासा किया। सीओ के अनुसार वारदात के खुलासे के लिए एसएसपी सुनील मीणा द्वारा कोतवाल पंत व एसओजी प्रभारी दिनेश पंत के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। घटना के बाद स्थानीय टीमों द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए, जिसके बाद पुलिस ने संदीप पुत्र नरेश कीर्ति, अंकुर पाल पुत्र विजय पाल निवासीगण लंघम हॉस्टल को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में संदीप ने बताया कि उसका भाई विशाल नशे का आदी हो गया था। लत मिटाने के लिए कर्ज लेने लगा। मोबाइल चोरी के साथ ही एलसीडी तक उसने बेच दी। विशाल के नशे के दलदल में फंसने व उधारबाजी की वजह से संदीप ने स्मैक के सौदागर रोहित तिवारी की हत्या की साजिश रच डाली। आठ जनवरी की रात दूसरा आरोपित अंकुर भी संदीप के घर में था। अंकुर ने स्मैक की तलब पूरी करने के लिए स्मैक सौदागर रोहित तिवारी के पास जाने की बात कही। अंकुर ने विशाल के मोबाइल से रोहित को फोन किया। रोहित ने होटल फेयरहैवन्स के समीप सब्जी की दुकान पर आने को कहा। संदीप और अंकुर बाइक में गाड़ीपड़ाव में बाइक खड़ी कर पैदल चले गए। सब्जी की दुकान के पास रोहित व शुभम साह खड़े थे। जैसे ही अंकुर ने स्मैक ली तो संदीप ने तमंचे रोहित को गोली मार दी, जिसके बाद वह फरार हो गए। उधर, हमले में गंभीर रूप से जख्मी रोहित को परिजन हल्द्वानी अस्पताल से घर ले आएं हैं। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। आरोपित संदीप केनफील्ड हॉस्टल में काम कर चुका है, जबकि अंकुर पाल कुमाऊं विवि के हरमिटेज भवन में संचालित होटल मैनेजमेंट का छात्र है।

पुलिस टीम में यह रहे शामिल
एसआइ दीपक बिष्ट, एसएसआइ बीसी मासीवाल, कांस्टेबल मनोज जोशी, विनोद यादव, सुनील कुमार, प्रमोद राणा, सर्विलांस प्रभारी किशन शर्मा, कांस्टेबल पुष्कर रौतेला, कुंदन कठायत व अनिल गिरी।

तो मंजूल से खरीदा था अवैध असलहा
सीओ सिटी विजय थापा के अनुसार मुख्य आरोपित संदीप द्वारा अवैध तमंचा करीब सात माह पहले अयारपाटा क्षेत्र के मंजूल से खरीदा था। मंजूल की छात्रसंघ चुनाव के दौरान स्टेट बैंक मल्लीताल के समीप सड़क हादसे में मौत हो चुकी है।

शुभम की लोकेशन से आरोपितों तक पहुंची पुलिस
रोहित तिवारी गोलीकांड मामले के खुलासे में पुलिस को सर्विलांस से मदद मिली। सूत्रों के अनुसार जब सर्विलांस से जांच पड़ताल की गई तो रोहित के साथ एक अन्य युवक शुभम की मोबाइल लोकेशन वारदात के समय घटनास्थल के बाद अल्मोड़ा मिली। इससे पुलिस का शक गहरा गया और शुभम को अल्मोड़ा से लाया गया। पुलिस सूत्र बताते हैं कि शुभम रोहित के साथ था। दोनों ने चूनाधारा के समीप बीयर भी पी थी। इधर मुख्य आरोपित संदीप ने पुलिस हिरासत में किसी तरह का पछतावा होने से इनकार करते हुए कहा रोहित की वजह से उसका भाई हीं नहीं शहर के तीन चार सौ परिवार परेशान हैं।
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