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यहां चार दिन में एक बार मिलता है पानी वह भी सिर्फ एक व्‍यक्ति की जरूरत का

पिथौरागढ़ के बेरीनाग कस्‍बे का हाल जानकर आप स्‍तब्‍ध हो जाएंगे। यहां के लोगों को चार दिन के अंतराल पर एक व्यक्ति की एक दिन की जरूरत के हिसाब से पानी मिल रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 29 Oct 2018 04:48 PM (IST)
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यहां चार दिन में एक बार मिलता है पानी वह भी सिर्फ एक व्‍यक्ति की जरूरत का
पिथौरागढ़ (जेएनएन) : पानी हर किसी की मूलभूत आवश्‍यकता है। मानकों के तहत एक व्यक्ति को प्रतिदिन साठ लीटर पानी की आवश्यकता होती है। परिवार के सदस्यों की संख्या के हिसाब से परिवार की आवश्यकता रहती है। लेकिन पिथौरागढ़ के बेरीनाग कस्‍बे का हाल जानकर आप स्‍तब्‍ध हो जाएंगे। यहां के लोगों को चार दिन के अंतराल पर एक व्यक्ति की एक दिन की जरूरत के हिसाब से पानी मिल रहा है। नगर को पर्याप्त पानी देने के लिए बन रही गोरघटिया लिफट पेयजल योजना के पूरा होने का समय बीत चुका है लेकिन योजना बजट के अभाव में आधर में लटकी है। बेरीनाग पर्यटन नगरी है। पर्यटन नगरी में पानी की किल्लत ऐसी है कि नलों में चौथे दिन पानी आता है, वह भी नाममात्र का । चार दिन तक पीने के लिए पानी बचाए रखने की मजबूरी बनी रहती है। हालत यह है कि घर पर मेहमानों के आने से परिवारों की पानी की व्यवस्था बिगड़ जाता है। बेरीनाग के लिए आपूर्ति करने वाली लिफ्ट पेयजल योजना जबाव दे चुकी है। दूसरा दशकों पूर्व बनी पेयजल योजना बेरीनाग नगर क विस्तार के आगे बौनी हो चुकी है। लिफ्ट पेयजल योजना खुद बीमार हो चुकी है।

निर्माणाधीन योजना का कार्य आधे में लटका

नगर सहित क्षेत्र की पेयजल समस्या को देखते हुए पिछली सरकार ने गोरघटिया नदी से लिफट योजना के लिए 12.42 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी। स्वीकृत धनराशि से 8.42 करोड की धनराशि अवमुक्त की थी। पेयजल योजना पूरा होने का समय अप्रैल 2018 तय किया था। इधर अवशेष बजट मिला नहीं अप्रैल तो छह बाद अक्टूबर तक पानी नहीं मिल रहा है। बजट के अभाव में पेयजल योजना का कार्य ठप है। जनता के हलक तर होने के आसार क्षीण हो चुके हैं।

रोटेशन प्रणाली से बंटता है पानी

वर्तमान में जलापूर्ति करने वाली पंपिंग पेयजल योजना से नगर की मांग से चार गुना कम पानी मिल रहा है। जिसके चलते बेरीनाग नगर में रोस्टर प्रणाली से पानी का वितरण किया जाता है। जल संस्थान ने नगर को चार सेक्टर में बांटा गया है। एक दिन में एक सेक्टर में आपूर्ति होती है। नलों में मात्र आधे घंटे से चालीस मिनट तक पानी चलता है। यदि किसी दिन बिजली आपूर्ति बाधित हो तो उस दिन पानी की आपूर्ति भी ठप रहती है।

अभी दस फीसद कार्य होना बाकी है

अनूप पांडेय, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम ने बताया कि नगर के लिए निर्मित पंपिंग पेयजल योजना का अभी दस फीसद कार्य होना शेष है। पंपिंग योजना के लिए ट्रांसफार्मर, विद्युत लाइन बिछाने आदि का कार्य होना है। शासन से पूर्व में मिली धनराशि समाप्त हो चुकी है। शेष चार करोड़ की धनराशि मिलने पर आगे का कार्य होगा।

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