Corbett Tiger Reserve के आसपास से गुजरने वाले सावधान! अंधेरे में हाईवे पर न घूमें; क्योंकि यहां घूम रही है मौत
Tiger Attack in Uttarakhand कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के आसपास के इलाकों में सतर्क रहें! अंधेरे में हाईवे पर घूमने से बचें क्योंकि बाघों का खतरा मंडरा रहा है । कार्बेट के निदेशक ने ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सतर्कता बरतने की अपील की है। बाघ के हमले से बचने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
सूर्यास्त के बाद लोग जंगल में न जाएं
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सूर्यास्त के बाद लोग जंगल को न जाएं। बैठक में रात में हाथियों से गश्त कराने, रात्रि पेट्रोलिंग बढ़ाने व ड्रोन से निगरानी करने पर भी जोर दिया गया। इस दौरान उपनिदेशक राहुल मिश्रा, पार्क वार्डन अमित कुमार ग्यासीकोटी, गांव के राकेश नैनवाल, अशोक खुल्ये, राजेंद्र छिम्वाल, जगदीश छिम्वाल मौजूद रहे।
कार्बेट व आसपास 14 माह में बाघ के हमले में मारे गए दस लोग
रामनगर: क्षेत्र में मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं कम होने के बजाए बढ़ रही है। बाघ के हमले में 14 माह में दस लोग मारे गए हैं। इसका एक कारण यह भी है कि सर्दी के सीजन में बाघ काफी हमलावर हो जाते हैं।यह भी पढ़ें- अब मात्र सवा घंटे में पूरा होगा 490 किलोमीटर का थकान भरा सफर, पिथौरागढ़ से दिल्ली तक की हवाई यात्रा शुरू
आंकड़ों पर गौर करें तो कार्बेट के कालागढ़ में 17 अक्टूबर को वनकर्मी पवन कुमार, दस नवंबर को तराई में महिला पूजा देवी, 12 नवंबर को शिवा गुरंग, 23 नवंबर को राम बहादुर को बाघ ने मार डाला था। इसके बाद सात दिसंबर को कार्बेट के पटरानी में बाघ ने महिला को मारा।
27 जनवरी को बाघ ने चुकुम में बुजुर्ग को मार उाला था। इसके दो दिन बाद 28 जनवरी एवं 17 फरवरी को बाघ ने ढेला में दो महिलाओं को मार डाला था। अप्रैल माह में बाघ ने बासीटीला में युवक को मार डाला। अब ढिकुली में महिला को बाघिन ने मार डाला।
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