हल्द्वानी जेल में सजा भुगत रहे बंदियों का बीपी बढ़ा, खुजली भी कर रही है परेशान
हल्द्वानी उप कारागार में सजा काट रहे बंदी बीमारी से भी जंग लड़ रहे हैं। वर्तमान में सबसे बीपी और खुजली की बीमारी से सबसे ज्यादा बंदी जूझ रहे हैं।
जिला क्षय नियंत्रण केंद्र की टीम पहुंची कारागार जेल में खुले आइसीटीसी केंद्र में पहली बार 15 मरीजों का चेकअप किया गया। जिसमें एचआइवी में जीरा, मगर गुप्त रोग के तीन मरीज मिले हैं। जिन्हें दवाइयां दी गई। इस दौरान जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी आरके जोशी के साथ डीसी पनेरू, प्रमोद भट्ट, अजय भट्ट, संतोष पांडेय के साथ जेल के फार्मासिस्ट उदय प्रताप सिंह, चिकित्साधिकारी डॉ. इकरार ने कैदियों का बारी-बारी से चेकअप किया और किट भी प्रदान की।यह भी पढ़ें : तेजी से बढ़ता ब्लड प्रेशर और शुगर डैमेज कर रहा है किडनी, इन बातों का रखें ध्यानयह भी पढ़ें : दिव्यांग युवती से दुष्कर्म मामले में दो आरोपित दोषी करार, भेजे गए जेलआसीटीसी सेंटर खोलने का मकसद यह है कि बीमारियों का इलाज यहीं मिल जाए। ऐसे में मरीजों को बेस अस्पताल ले जाना पड़ता है, मगर अब एचआइवी और गुप्त रोग का इलाज यहां हो जाएगा।
- मनोज आर्य, वरिष्ठ जेल अधीक्षक उप कारागार, हल्द्वानी
जेलों में आइसीटीसी सेंटर खोलने के लिए देहरादून से आदेश आए थे। इसी के चलते जेल में सेंटर खोला गया है। यहां एचआइवी के साथ गुप्त रोग और अन्य बीमारियों का इलाज भी संभव होगा।
- डॉ. आरके जोशी, वरिष्ठ जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी
कारागार में सबसे अधिक खुजली और बीपी के मरीज हैं। इनका इलाज चल रहा है। समय-समय पर मरीजों का इलाज किया जाता है।
- उदय प्रताप सिंह, फार्मासिस्ट, जिला उप कारागार, हल्द्वानी