Move to Jagran APP

टैक्‍सी कारोबार पर पड़ा काेरोना का साया, पांच सौ टैक्सी संचालक हुए बेरोगजगार nainital news

पार्किंग की बदइंतजामी ने टैक्सी कारोबार पर खलल डाला था अब इस बार सीजन में बेहतरी की उम्मीद थी मगर कोरोना संक्रमण को लेकर एडवाइजरी के बाद यह कारोबार करीब-करीब ठप हो चुका है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 19 Mar 2020 11:53 AM (IST)
Hero Image
टैक्‍सी कारोबार पर पड़ा काेरोना का साया, पांच सौ टैक्सी संचालक हुए बेरोगजगार nainital news
नैनीताल, जेएनएन : सरोवर नगरी नैनीताल में टैक्सी कारोबार अब घाटे का सौदा बन गया है। पार्किंग की बदइंतजामी ने टैक्सी कारोबार पर खलल डाला था, अब इस बार सीजन में बेहतरी की उम्मीद थी मगर कोरोना संक्रमण को लेकर एडवाइजरी के बाद यह कारोबार करीब-करीब ठप हो चुका है। जिससे शहर के पांच सौ से अधिक टैक्सी संचालकों के समक्ष बेरोजगार होने का संकट खड़ा हो गया है।

नैनीताल में नए टैक्सी परमिट बंद होने के बाद से ही यह कारोबार बुरी तरह लड़खड़ाया था। अब कोरोना संक्रमण की आशंका के बाद पर्यटकों की आमद घटी तो स्थिति और भयावह हो गई है। पर्यटन सीजन से पहले यदि महामारी पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो सैकड़ों परिवारों के समक्ष रोजीरोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। टैक्सी एंड ट्रेवल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज जोशी ने जिला प्रशासन से टैक्सी संचालकों को मॉस्क व सेनिटाइजर उपलब्ध कराने के साथ ही वाजिब कीमत पर गाड़ी साफ करने के लिए केमिकल उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। उन्होंने सरकार से आर्थिक कठिनाई से जूझ रहे टैक्सी संचालकों को सहायता की गुहार भी लगाई है।

कोरोना के खौफ के चलते उठाए गए एहतियाती कदमों के बाद नैनी झील में नौका संचालन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आजकल नाव चालक खाली हाथ बैठे हैं। यहां करीब तीन सौ परिवारों की आजीविका नौकायन से चलती है। हीना टूर एंड ट्रेवल्स के संचालक हारून खान पम्मी के अनुसार पर्यटकों की बुकिंग रद होने तथा भावी संकट की वजह से ट्रेवल्स कारोबार को बड़ी आर्थिक चोट लगी है। उन्होंने कहा सरकार को एक्शन प्लान बनाकर मदद दिलानी होगी।

यह भी पढ़ें : नए कैदी 15 दिन तक आइसोलेशन बैरक में रहेंगे, जेल जाने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण

यह भी पढ़ें : हल्‍द्वानी में अवैध हाट बाजार लगाने पर दो ठेकेदारों पर मुकदमा दर्ज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।