गुरुग्राम से बाइक से आए दंपित ने पुलिस से पिता की मौत का बनाया बहाना, 14 दिन के लिए दोनों क्वारंटाइन
गुरुग्राम से बाइक से आ रहे पति-पत्नी को अल्मोड़ा में जब पुलिस ने पूछताछ के लिए रोका तो उन्होंने बताया कि पिता की मौत हो गई है इसलिए घर पहुंचना जरूरी है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 12 Apr 2020 02:38 PM (IST)
गरुड़/अल्मोड़ा, जेएनएन : लॉकडाउन में फंसे लोग अपने घर पहुंचने के लिए अब अजीबो गरीब तरकीब अपना रहे हैं। गुरुग्राम से बाइक से आ रहे पति-पत्नी को अल्मोड़ा में जब पुलिस ने पूछताछ के लिए रोका तो उन्होंने बताया कि पिता की मौत हो गई है, इसलिए घर पहुंचना जरूरी है। पुलिसकर्मियों को उनकी बाताें पर संदेह हुआ तो उन्होंने सख्ती से पूछताछ की तो भेद खुल गया। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी बाइक सीज कर दी गई। इसके साथ ही दोनों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया है।
अल्मोड़ा जिले के गरुड़ द्यौनाई निवासी मनोहर बरोलिया और उनकी पत्नी चंपा बरोलिया अपनी बाइक से मानेश्वर, गुड़गांव से अपने गांव द्यौनाई को आ रहे थे। दोनों पति-पत्नी जैसे-तैसे कौसानी तक पहुंच गए। लेकिन कौसानी बैरियर पर पुलिस ने उनसे पास व अनुमति दिखाने के लिए कहा। उनके पास कुछ नहीं था। पूछने पर मनोहर ने बताया कि पिता की मौत के कारण घर पहुंचना जरूरी है। पुलिसकर्मियों को उनकी बातों पर शक हुआ। जिसके बाद कौसानी के थानाध्यक्ष जीबी भट्ट ने गांव में पता किया तो पता चला कि उसके पिता कुंदन सिंह बरोलिया का दो साल पहले ही मौत हो चुकी है। इस पर उन्होंने पति-पत्नी के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 व 54 आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया और बाइक भी सीज कर दी।
झूठ बोलने पर दोनों को कड़ी फटकार भी लगाई। थानाध्यक्ष ने इसकी सूचना तुरंत गरुड़ के एसडीएम जयवर्धन शर्मा को दी। उन्होंने दोनों को टीआरसी बैजनाथ में बने फेसिलेटर सेंटर में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया। सीएचसी बैजनाथ के प्रभारी चिकिसाधिकारी डॉ. राजेश गुंच्याल ने दोनों की थर्मर स्कैनर से जांच की। दोनों स्वस्थ पाए गए।
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