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अल्मोड़ा जेल से चल रहा था चरस-रंगदारी का नेटवर्क, एसटीएफ ने दो कैदियों पर दर्ज किया मुकदमा

अल्मोड़ा जेल के अंदर से चरस गांजे रंगदारी का नेटवर्क चला रहे दो कुख्यात अपराधियों पर एसटीएफ ने कार्रवाई की है। पुलिस ने दोनों कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा जांच शुरू कर दी है। रैकेट में एक दर्जन से अधिक लोगों पुलिस की रडार पर आ गए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 24 Nov 2021 03:45 PM (IST)
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अल्मोड़ा जेल से चल रहा था चरस-रंगदारी का नेटवर्क, एसटीएफ ने दो कैदियों पर दर्ज किया मुकदमा
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : अल्मोड़ा जेल के अंदर से चरस, गांजे, रंगदारी का नेटवर्क चला रहे दो कुख्यात अपराधियों पर एसटीएफ ने कार्रवाई की है। पुलिस ने दोनों कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा जांच शुरू कर दी है। इस पूरे रैकेट में एक दर्जन से अधिक लोगों पुलिस की रडार पर आ गए हैं। जल्द ही अन्य आरोपितों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।

बीते मंगलवार को एसटीएफ की टीम ने अल्मोड़ा जेल में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान दो कुख्यात कैदी महिपाल उर्फ बड़ा पुत्र स्व. रति राम निवासी नई जाटव बस्ती, ऋषिकेश व अंकित बिष्ट उर्फ अंगी दा पुत्र सादर सिंह बिष्ट निवासी निम्बूचौड़, कोटद्वार के पास से एक मोबाइल, सिमकार्ड और 24 हजार रुपए की नकदी बरामद की थी। देर रात तक इन कैदियों से पूछताछ की गई। इसके अलावा अन्य बंदियों व कैदियों के बैरकों का भी निरीक्षण किया गया। पूछताछ से एसटीएफ को अहम सुराग हाथ लगे हैं। उन्होंने पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट बनाकर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। पुलिस ने दोनों कुख्यात कैदियों महिपाल और अंकित बिष्ट के खिलाफ आईपीसी की धारा 116, 120बी, 29, 27ए व एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है।

मुकदमा दर्ज होते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने कार्रवाई करते हुए पूरे मामले की जांच इंसपेक्टर स्तर के अधिकारी को सौंप दी है। योगेश उपाध्याय को जांच अधिकारी बनाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू भी कर दी गई है। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अल्मोड़ा पंकज भट्ट ने बताया कि एसटीएफ की कार्रवाई में जो अहम सुराग लगे है उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। जल्द ही अन्य आराेपित भी पुलिस की हिरासत में होंगे।

रिमांड मांग सकती है पुलिस

अल्मोड़ा: हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे महिपाल को पुलिस रिमांड में लिया जा सकता है। वह कुख्यात अपराधी कलीम का सहयोगी भी है। पूर्व में कलीम के साथ मिलकर महिपाल जेल के अंदर से रंगदारी व हत्या की साजिश रच चुका है । एक बार पहले भी महिपाल को पुलिस रिमांड में लिया जा चुका है।

एसटीएफ ने किया था अंतर्जनपदीय नेटवर्क का भंडाफोड़

अल्मोड़ा: एसटीएफ की सात टीमों ने बीते मंगलवार को पौड़ी, कोटद्वार, देहरादून, ऋषिकेश में अलग-अलग स्थानों व अल्मोड़ा जेल में छापेमारी अभियान चलाया। अभियान के दौरान उन्होंने दीपक तिवारी, संतोष रावत, भास्कर नेगी, संतोष, मनीष बिष्ट को चरस, गांजा, शराब और नकदी के साथ गिरफ्तार किया। इसके अलावा अल्मोड़ा जेल में छापा मार दो कैदी महिपाल और अंकित बिष्ट के पास से मोबाइल, सिम व 24 हजार रुपए की नकदी बरामद की थी।

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