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पर्यटन सीजन शुरू होते ही ऑनलाइन बुकिंग में पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी शुरू, जानें क्‍या है मामला

पर्यटन सीजन ने खामोशी से दस्तक क्या दी होटलों की ऑनलाइन बुकिंग में पर्यटकों के साथ ठगी का खेल शुरू हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 03 Apr 2019 06:18 PM (IST)
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पर्यटन सीजन शुरू होते ही ऑनलाइन बुकिंग में पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी शुरू, जानें क्‍या है मामला
नैनीताल, जेएनएन : पर्यटन सीजन ने खामोशी से दस्तक क्या दी, होटलों की ऑनलाइन बुकिंग में पर्यटकों के साथ ठगी का खेल शुरू हो गया है। झील किनारे होटल के नाम पर पहले तो पर्यटक के लिए नैनीताल से आठ किमी दूर भूमियांधार में होटल में घटिया कमरा दे दिया गया, फिर पर्यटक ने फरियाद की तो नैनीताल में कंपनी ने एफिलेटेड होटल में कमरा बुक करने की जानकारी देकर नैनीताल भेज दिया। नैनीताल में संबंधित होटल संचालक ने कमरा होने से साफ इनकार कर दिया, साथ ही परेशान पर्यटक ने ऊंची आवाज में बात की तो उसने कारिंदे के साथ मिलकर बीच सड़क उसके साथ अभद्रता की, चौकी में होटल संचालक ने पुलिस की मौजूदगी में भी पर्यटक को देख लेने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने बिना तहरीर के कार्रवाई से साफ इनकार कर दिया।

पुणे महाराष्ट्र निवासी मेडिकल बिजनेसमैन रोशन साह परिवार के साथ नैनीताल घूमने आया था। रोशन के अनुसार उन्होंने एअर बीएनबी वेबसाइट से चार हजार रुपये में नैनी झील के बगल में होटल की बुकिंग की। यहां आए तो पता चला कि होटल नैनीताल से आठ किमी दूर भूमियाधार में है। कमरा बेहद घटिया था तो पर्यटक ने रहने से मना कर दिया। इसके बाद वेबसाइट का ओयो कंपनी से करार था तो पर्यटक को नैनीताल के मल्लीताल रिक्शा स्टैंड के पास फ्लैटीज होटल भेज दिया गया। वहां पहुंचा तो पता चला कि उसका कमरा बुक नहीं था। पर्यटक ने दर्जनों कॉल की तो कंपनी ने नहीं उठाया।

गुस्साए पर्यटक ने कार्रवाई की बात कही तो तभी होटल के कारिंदे से विवाद हो गया तो होटल संचालक गौरव छाबड़ा भी पहुंच गया। दोनों पर्यटक का कॉलर पकड़ते हुए चौकी पहुंचा दिया। इस दौरान पर्यटक रोने लगा तो मौके पर भीड़ जुट गयी। सूचना पर कोतवाल ध्यान सिंह, एसएसआइ बीसी मासीवाल भी पहुंच गए। चौकी में होटल संचालक ने आरोप लगाया कि पर्यटक द्वारा उनके व स्टाफ के साथ गालीगलौज की। एसएसआइ का कहना है कि पर्यटक ने किसी तरह की कानूनी कार्रवाई से इनकार किया है।

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