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Nainital के गांवों में भी दिखेगा शहर जैसा सफाई मॉडल, ऐसे चमकेगा आपका ग्राम, प्रशासन ने शुरू की ये कवायद

स्वच्छता अभियान का विस्तार अब शहर से आगे बढ़कर गांवों तक पहुंच गया है। नैनीताल के गांव भी आने वाले समय में शहरों की तरह चमकते दिखेंगे। गांव में बढ़ते व्यवसायीकरण को देखते हुए ये कवायद की जा रही है।

By Rajesh VermaEdited By: Updated: Sun, 11 Sep 2022 09:03 PM (IST)
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गांवों में कूड़ा इकट्ठा करने के लिए प्रशासन ने नई कवायद की है।

नरेश कुमार, नैनीताल : नगर निकायों की तर्ज पर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कूड़ा उठान और सफाई कार्य किया जाएगा। जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे प्लास्टिक और अन्य कूड़े के निस्तारण के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कूड़ा उठाने के लिए वाहन पहुंचेंगे। साथ ही स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीणों को कूड़ा पृथक्करण और उसके निस्तारण के लिए जागरूक करने के साथ ही डोर टू डोर अभियान चलाया जाएगा।

वन विभाग, वन पंचायत और ग्राम सभा स्तर पर बनेंगी कमेटियां

रित होने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में होटल-रिसार्ट समेत होम स्टे संचालित होने से भारी मात्रा में कूड़ा भी निकल रहा है, मगर निस्तारण के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी कूड़े की समस्या बढ़ रही है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी नगर निकायों की तर्ज पर साफ-सफाई माडल विकसित किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग, वन पंचायत और ग्राम सभा के स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई कार्य को लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय कर दी गई है।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी कूड़ा उठाने के लिए पहुंचेंगे वाहन

नगर निगमों की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों तक भी कूड़ा वाहन कूड़ा एकत्रीकरण को पहुंचेगे। डीएम ने बताया कि जिले में जिला पंचायत स्तर पर वाहन खरीद को लेकर बजट जारी किया जा रहा है। मुक्तेश्वर, रामगढ़, धारी क्षेत्रों के लिए तीन वाहनों का टेंडर कर लिया गया है। जल्द नगर निकायों की तर्ज पर नियमित तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों से भी कूड़ा उठान किया जाएगा।

स्वयं सहायता समूह की मदद से उठेगा डोर टू डोर कूड़ा

ग्रामीणों को कूड़ा पृथक्करण और उसके निस्तारण को लेकर जागरूक किए जाने के लिए स्वयं सहायता समूह की मदद ली जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में महिला मंगल दल, युवा मंगल दल और स्वयं सहायता समूह को एकजुट कर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। स्वयं सहायता समूह सदस्य डोर टू डोर जाकर लोगों को पूरा पृथक्करण की जानकारी देंगे। समूह सदस्य डोर टू डोर कूड़ा एकत्रीकरण में भी मदद करेंगे। सभी ग्राम सभाओं को नियमित अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए उन्हें जिला प्रशासन की ओर से बजट भी जारी किया जाएगा। इस बजट से ग्रामीण क्षेत्रों में जैविक कूड़े से खाद बनाने को पिट बनाने के साथ ही जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।

अधिकारियों की तय होगी जिम्मेदारी

ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण के लिए संबंधित क्षेत्र के विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। वन भूमि में कूड़ा नहीं फेंका जाए, इसके लिए समय-समय पर निरीक्षण कर चालानी अभियान करने के निर्देश वन विभाग को दिए गए हैं। बीते दस दिन में वन विभाग ने 133 लोगों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई की है। साथ ही सड़कों के किनारे लोनिवि सफाई व्यवस्था का ध्यान रखेगी। पुलिस को भी अभियान का हिस्सा बनाने को वार्ता चल रही है। लोगों को सफाई को लेकर जागरूक किए जाने के लिए ब्लाक, तहसील और ग्राम सभा स्तर पर विद्यालयी बच्चों और विभागीय अधिकारियों को साथ लेकर वृहद स्तर पर जागरूकता और सफाई अभियान चलाए जाएंगे।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहर की तर्ज पर सफाई व्यवस्था लागू करने का विस्तृत प्लान तैयार किया है। पंचायत स्तर पर वाहन खरीद और सफाई कार्य को लेकर बजट जारी किया जा रहा है। जल्द गांवों में भी सफाई का बेहतर माडल विकसित कर पाएंगे।

- धीराज गर्ब्याल, डीएम नैनीताल

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