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जनाक्रोश रैली के जरिये भाजपा सरकार पर बरसे कांग्रेसी दिग्गज, बैरिकेडिंग फांद कमिश्नरी की ओर भागे प्रदेश अध्यक्ष

कांग्रेस ने जन आक्रोश रैली के माध्यम से भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। महिला हिंसा बेरोजगारी भ्रष्टाचार और भर्ती घोटालों जैसे मुद्दों को उठाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा सहित कई दिग्गजों ने सरकार पर आरोपों की बौछार की। रैली में हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और कमिश्नरी की ओर कूच किया।

By naresh kumar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 22 Oct 2024 09:53 AM (IST)
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जनाक्रोश रैली के दौरान बेरिकेडिंग फांद कमिश्नरी की ओर जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को रोकते पुलिसकर्मी। जागरण।

जागरण संवाददाता, नैनीताल। महिला हिंसा, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, भर्ती घोटालों समेत तमाम मुद्दों को लेकर आयोजित जनाक्रोश रैली में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। इससे पहले सभा में प्रदेश कांग्रेस दिग्गजों ने भाजपा सरकार पर आरोपों की बौछार की। इसके बाद कमिश्नरी की ओर कूच किया।

सोमवार को सुबह नौ बजे से ही मल्लीताल पंत पार्क पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा सहित अन्य प्रदेश के कांग्रेसी दिग्गजों ने सरकार पर तीखे आरोप लगाए।

करीब चार घंटे की जनसभा के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, सह प्रभारी परगट सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, जसपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल समेत अन्य नेताओं की अगुवाई में कमिश्नरी कूच के लिए कार्यकर्ता निकल पड़े। पंत पार्क से माल रोड होते हुए सरकार और उसकी नीतियों के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए रैली तल्लीताल डांठ पहुंची। कमिश्नरी जाने वाले मार्ग में फांसी गधेरा के पास बेरिकेडिंग देख कार्यकर्ता भड़क गए।

उन्होंने बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़ सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। पुलिस के लाख समझाने पर भी कार्यकर्ता शांत नहीं हुए। काफी देर हंगामे के बाद आयुक्त दीपक रावत फांसी गधेरा में ही पहुंच गए। जिसके बाद राज्यपाल के नाम 28 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।

रैली में यह रहे शामिल

जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, नानकमत्ता विधायक गोपाल राणा, अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी, हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट, धारचूला विधायक हरीश धामी, नैनीताल जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक संजीव आर्य व प्रो. जीतराम, पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भूल्लर, किसान कांग्रेस अध्यक्ष हरेंद्र सिंह लाड़ी राजेंद्र व्यास आदि थे।

बैरिकेडिंग फांद कमिश्नरी की ओर भागे प्रदेश अध्यक्ष

रैली को तल्लीताल पर ही रोकने के लिए पुलिस ने फांसी गधेरे के समीप बैरिकेडिंग लगाई थी। जिस पर आक्रोशित कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच तमाम शीर्ष नेताओं के साथ पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा व कुछ कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग फांद कमिश्नरी की ओर दौड़ लगा दी। यह देख ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के भी हाथ पांव फूल गए। हालांकि कुछ कर्मियों ने पीछा कर कांग्रेसियों को कालेज मार्ग के समीप रोक दिया। जिस पर कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए।

प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस विभाग में 4600 ग्रेड पे लागू करने का मुद्दा उठाते हुए नारेबाजी शुरू की तो पुलिसकर्मी भी पीछे हट गए। काफी देर धरने के बाद जब अन्य पार्टी कार्यकर्ता उन्हें समझाने पहुंचे तो वह उठकर आयुक्त के पास आए।

तीनों सड़कों पर रोका यातायात

रैली को लेकर पुलिस की ओर से विशेष यातायात प्लान लागू नहीं किया गया था। रैली शुरू होते ही भवाली, हल्द्वानी व कालाढूंगी मार्ग में यातायात रोक दिया गया। करीब एक घंटे तक तीनों सड़कों पर वाहन रुके रहे तो जाम की स्थिति भी बन आई। वहीं रैली के लिए कुमाऊ व मैदानी क्षेत्र के कई वाहनों के पहुंचे के कारण सुबह से ही संपर्क सड़कों में जाम की स्थिति बनी रही, जिससे रैली को निकलने में भी देरी हुई।

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