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वन निगम के ठेकेदारों ने ऑफिस में घुसकर डिप्टी रेंजर समेत चार को पीटा

निगम के ठेकेदार ने साथियों संग मिलकर फॉरेस्ट ऑफिस में धावा बोल दिया। वहां मौजूद डिप्टी रेंजर समेत अन्य कर्मियों के साथ उसने जमकर मारपीट की।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 05 Feb 2019 07:58 PM (IST)
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वन निगम के ठेकेदारों ने ऑफिस में घुसकर डिप्टी रेंजर समेत चार को पीटा
हल्द्वानी, जेएनएन। अवैध खनन में गाड़ी पकड़े जाने से गुस्साए वन निगम के ठेकेदार ने रेंज ऑफिस में जमकर बवाल किया। ठेकेदार ने वन दारोगा से मारपीट करने के साथ ही विभागीय दस्तावेज भी फाड़ डाले। वहीं, विरोध करने पर डिप्टी रेंजर समेत अन्य वन कर्मचारियों से गालीगलौज की गई। स्थानीय लोगों के पहुंचने पर ठेकेदार और उसके साथ आए लोग फरार हो गए। वहीं, तहरीर के आधार पर मुखानी थाने में दो नामजद समेत तीन-चार अन्य युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस सभी की तलाश में जुटी है।
रामनगर वन प्रभाग की फतेहपुर रेंज में डिप्टी रेंजर पद पर तैनात किशोर गोस्वामी ने बताया कि दयाल पांडे नाम का स्थानीय व्यक्ति वन निगम में ठेकेदारी करता है। खनन में भी उसके वाहन चलते हैं। चार दिन पूर्व कालाढूंगी रेंज की टीम ने अवैध खनन में उसका वाहन पकड़कर सीज कर दिया था। उस टीम में नीरज जोशी नाम का वन कर्मी भी शामिल था। डिप्टी रेंजर ने बताया कि सोमवार रात कर्मचारी फतेहपुर रेंज ऑफिस में नाइट ड्यूटी को लेकर सूची बना रहा था। साथ में वन दारोगा जीवन चंद्र जोशी, वाहन चालक खड़क सिंह भंडारी, राम सिंह व आउटसोर्स कर्मी योगेश जलाल भी बैठे थे।
आरोप है कि साढ़े आठ बजे के करीब ठेकेदार दयाल व उसके रिश्ते का भाई अमित पांडे तीन-चार अन्य युवकों को लेकर ऑफिस में धमक गए। सभी ने धमकाते हुए कहा नीरज जोशी कहां है, उसे नहीं छोड़ेंगे। समझाने की कोशिश करने पर वन दारोगा जीवन चंद्र जोशी संग मारपीट व गालीगलौज शुरू कर दी गई। सरकारी दस्तावेज फाडऩे के साथ ऑॅफिस में मौजूद सभी लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई। हंगामा बढऩे पर जब स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो आरोपित फरार हो गए। वहीं, मंगलवार को डिप्टी रेंजर की तहरीर पर मुखानी पुलिस ने दयाल, अमित समेत अन्य अज्ञात के खिलाफ सरकारी कर्मचारी संग मारपीट, धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत ने बताया कि आरोपितों की तलाश की जा रही है।

विरोध में नहीं निकाला उपखनिज
ऑफिस में घुसकर वन कर्मियों संग मारपीट व अभद्रता का स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया। इस वजह से उन्होंने मंगलवार को निहाल नदी से हक-हकूक परमिट के तहत मिलने वाला उपखनिज भी नहीं निकाला। थाने पहुंचे लोगों ने कहा कि विभागीय कर्मियों संग मारपीट गलत है। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

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