फर्जी वेबसाइट पर नजर रखने को Corbett National Park ने बनाई टास्क फोर्स, गवर्नमेंट शब्द का प्रयोग कर पर्यटकों को बना रहे शिकार
Corbett National Park Fake Website कॉर्बेट नेशनल पार्क की आधिकारिक वेबसाइट के अलावा कई फर्जी वेबसाइट और फेसबुक पेज हैं जो पर्यटकों को धोखा दे रहे हैं। इन फर्जी वेबसाइटों से बचने के लिए कॉर्बेट प्रशासन ने एक टास्क फोर्स बनाई है जो इन वेबसाइटों की निगरानी करेगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। वेबसाइट में सरकारी वन विश्राम गृह की फोटो भी लगाई हैं।
जासं, रामनगर। Corbett National Park Fake Website: कार्बेट में फर्जी वेबसाइट के माध्यम से पर्यटकों के साथ हो रही धोखाधड़ी की खबर दैनिक जागरण के 26 सितंबर के अंक प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद कार्बेट प्रशासन सक्रिय हो गया। रविवार को विभाग ने इंटरनेट मीडिया में चलने वाली बुकिंग की वेबसाइट की निगरानी के लिए विभागीय टास्क फोर्स बना दी है।
मालूम हो कि कार्बेट पार्क में पर्यटकों की एडवांस आनलाइन बुकिंग के लिए अधिकृत वेबसाइट है। लेकिन पर्यटन के नाम से मोटा मुनाफा कमाने वाले एजेंट ने पर्यटकों से धोखाधड़ी करने के लिए कार्बेट के नाम से वेबसाइट व फेसबुक पेज बनाए हैं। जिसमें सरकारी वन विश्राम गृह की फोटो का उपयोग किया गया है।
पर्यटक कार्बेट की वेबसाइट समझ इनसे महंगे दाम में बुकिंग कराकर फंस जाते हैं। इस तरह पर्यटकों के साथ हो रही धोखाधड़ी को दैनिक जागरण ने गुरुवार को प्रमुखता से उठाया था। खबर प्रकाशित होने के तीन दिन बाद ही सीटीआर ने कार्बेट के नाम से संचालित वेबसाइट व फेसबुक पेज की निगरानी के लिए टास्क फोर्स बना दी है। कार्बेट के पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी टास्क फोर्स के प्रभारी होंगे।
टीम में विभागीय आइटी सेल प्रभारी प्रेमा, इंटरनेट मीडिया प्रभारी संतोष व ईको टूरिज्म इंचार्ज को शामिल किया गया है। यह टास्क फोर्स साइबर ला के तहत विधिक कार्रवाई करेगी। कार्रवाई की रिपोर्ट प्रत्येक 15 दिन में निदेशक को सौंपेगी।
वेबसाइट में गवर्नमेंट शब्द का प्रयोग
गूगल में कार्बेट की सरकारी वेबसाइट की तरह ही ऐसी ही एक मिलती जुलती वेबसाइट Jim-corbett-gov.in है। इस वेबसाइट में जिप्सी सफारी, कैंटर सफारी, टूर पैकेजेज, फोरेस्ट लोज, होटल एंड रिसार्ट व एलीफेंट सफारी बुक करने के लिए दिया हुआ है। आनलाइन बुकिंग के आवेदन का फार्मेट भी दिया हुआ है।
कार्बेट के नाम से कुछ वेबसाइट चल रही है। जिसमें सरकारी वन विश्राम गृह की फोटो भी लगाई हैं। इन पर साइबर ला के तहत कानूनी कार्रवाई के लिए टास्क फोर्स बना दी है। यह टास्क फोर्स इन वेबसाइट संचालित के खिलाफ साइबर ला के तहत कार्रवाई करवाएगी। कार्बेट के नाम से कोई भी बुकिंग वेबसाइट या फेसबुक पेज बनाना गलत है। कुछ वेबसाइट संज्ञान में आई है। - डा. साकेत बडोला, निदेशक सीटीआर।