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साइकिल से दुनिया नापने निकले उत्तराखंड के प्रदीप राणा, 24 साल की उम्र में कर चुके 14 देशों की यात्रा

Pradeep Rana on world tour by bicycle बागेश्वर जिले के गरुण निवासी प्रदीप राणा ने साइकिल से पहली लंबी यात्रा 2016 में पड़ोसी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू तक की। 2017 में सात महीने की अवधि में प्रदीप ने संपूर्ण भारत का साइकिल से भ्रमण किया।

By Jagran NewsEdited By: Skand ShuklaUpdated: Tue, 04 Oct 2022 07:43 AM (IST)
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साइकिल से दुनिया नापने निकले उत्तराखंड के प्रदीप राणा, 24 साल की उम्र में कर चुके 14 देशों की यात्रा
नैनीताल, नैनीताल, स्कंद शुक्ल : साइकिल से दुनिया घूमने की बात आपको खयाली लग सकती है, लेकिन इसे हकीकत कर रहे हैं उत्तराखंड बागेश्वर जिले के गरुण निवासी प्रदीप राणा (Cyclist Pradeep Rana)। महज 24 साल की उम्र में प्रदीप साइकिल से ही अब तक 14 देश घूम चुके हैं। इस समय वह अफ्रीकी देशों की यात्रा पर हैं। प्रदीप ने तय किया है कि 30 साल तक वह लगातार साइकिल चलाकर पूरी दुनिया घूम लेंगे। उनका अब तक का सफर इस बात की तस्दीक भी करता है।

Who Is Pradeep Rana : गरुण निवासी प्रदीप राणा को दसवीं के दौरान साइकिल चलाने का शौक लगा। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर न होने के कारण प्रदीप ने पहले कबाड़ की दुकान से एक पुरानी साइकिल खरीदी। उसकी मरम्मत कराने के बाद वर्ष 2015 में गांव से बागेश्वर और फिर काठमांडू तक का सफर तय किया। वर्ष 2016-17 में उन्होंने ग्राफिक एरा देहरादून में बीएससी आइटी में एडमिशन लिया। इसी दौरान एक दिन अपने पिता को फोन कर साइकिल से वर्ल्‍ड टूर पर निकलने की बात कही।

पहली बार साइकिल और लैपटाॅप मिला गिफ्ट

Pradeep Rana on world tour by bicycle : प्रदीप के शौक के बारे में लंदन में एलेरा कैपिटल के सीइओ और उत्तराखंड मूल के चंपावत निवासी राज भट्ट को फेसबुक के माध्यम से पता चला तो उन्होंने उसे एक साइकिल और लैपटॉप गिफ्ट किया। जिसके बाद प्रदीप का हौसला और बढ़ गया। तब उसे लगा कि आप जब कुछ करने की ठानते हैं तो लोग खुद ब खुद मदद के लिए आगे आ जाते हैं।

भारत भ्रमण के दौरान कई राज्यों से गुजरे प्रदीप

प्रदीप ने साइकिल से पहली लंबी यात्रा 2016 में पड़ोसी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू तक की। हालांकि तब वह घर पर झूठ बोलकर निकले थे। 2017 में सात महीने की अवधि में प्रदीप ने संपूर्ण भारत का साइकिल से भ्रमण किया। तब 15 हजार 261 किलोमीटर की यात्रा कर देश के करीब 15 राज्यों से होकर गुजरे। इस दाैरान प्रदीप ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, नागालैंड, सिक्किम, कर्नाटक, मेघालय, असम, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों का सफर किया। यात्रा के दौरान हर रोज वह 100 से 140 किलोमीटर तक साइकिल चलाता रहा।

प्रदीप ने संतोष होली का तोड़ा रिकॉर्ड

प्रदीप ने बताया कि प्रसाद इरांडे का 141 दिन में 14,576 किलोमीटर साइकिल चलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर संतोष होली ने वर्ष 2015 में 111 दिन में 15,222 किलोमीटर साइकिल चलाने का कीर्तिमान स्थापित किया था। गिनीज बुक के संतोष होली के इस रिकॉर्ड को प्रदीप राणा ने तोड़ दिया था। प्रदीप राणा ने इस अभियान के जरिए 20 हजार किलोमीटर साइकिल चलाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। प्रदीप ने भारत भ्रमण का अपना अभियान दून से ही शुरू किया था और दून में ही खत्म।

विश्व भ्रमण के लिए स्पांसर आए सामने

प्रदीप ने 2018 में विश्व भ्रमण के लिए स्पांसर की तलाश शुरू की। उनकी इस सोच को लोगों ने खूब सराहा। जिसके बाद उन्हें स्पांसर करने के लिए लोग और संस्थाएं सामने आने लगीं। जिसके बाद प्रदीप 2019 में विश्व भ्रमण पर निकले। वह अपने पैतृक गांव गरुड़ देवनाई से हल्द्वानी होते हुए पड़ोसी देश नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार होते हुए थाईलैंड, लाउस, वियतनाम, कंबोडिया, मलेशिया साइकिल से पहुंचे।

कोरोना ने थाम दिए थे प्रदीप की साइकिल के पहिए

मलेशिया के बाद प्रदी को सिंगापुर पहुंचना था। जिसका बीजा भी मिल चुका था। उसी बीच कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैल चुका था। जिसके चलते प्रदीप को चार महीने मलेशिया में क्वारेंटाइन होना पड़ा। इस दौरान छात्रों के लिए भारत सरकार द्वारा चलाए गए विशेष अभियान में प्रदीप भी फ्लाइट से भारत लौट आया, 2020 और 2021 इन दो साल लॉक डाउन होने के चलते वह अपने विश्व भ्रमण को रोकते हुए अपने गांव में रहा।

फिर अफ्रीकी देशाें की यात्रा पर निकला प्रदीप

world tour by bicycle : प्रदीप अपनी अधूरी यात्रा को सिंगापुर से शुरू करने की सोच रहा था, लेकिन इस बीच फिर सिंगापुर, जापान, कोरिया और चीन में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण संभव न हो सका। जिसके बाद 15 मई 2022 को प्रदीप दिल्ली से अफ्रीकी देशों की यात्रा के लिए निकला। इस दौरान जहाज से वह अपनी साइकिल भी साथ ले गया। पहले वह केन्या पहुंचा। फिर साइकिल से युगांडा, रवांडडा, बुरुंडी, कंजानिया पहुंचा। फिलहाल इन दिनों अफ्रीका के कंजानियां में है, जिसके बाद वह मलावी, मुजांबी होते हुए अफ्रीका के 54 देशों का भ्रमण करेगा। इस दौरान इन देशाें में वह करीब दो वर्षों तक रहेगा।

उत्तराखंड के लोग और एनआरआई कर रहे स्पांसर

प्रदीप ने जागरण से बातचीत में बताया कि वह पहले चरण की यात्रा को भ्ज्ञी पूरा करेगा। जिसमें सिंगापुर, जापान, कोरिया और चीन की यात्रा करेगा। इसके बाद यूरोप, साउथ अमेरिका, नॉर्थ अमेरिका और अटलांटिका के बाद भारत वापस लौटेगा। जिसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की साइकिल से यात्रा करेगा। प्रदीप ने बताया कि उनको स्पॉन्सर कर रहे लोग उत्तराखंड से जुड़े हैं। जिसमें पहाड़ के एनआरआई उसकी बढ़-चढ़कर मदद कर रहे हैं।

लोगों से मिलना प्रदीप का शगल

प्रदीप ने बताया कि यायावरी उसका स्वभाव है। हालांकि उसे यात्राओं का शौक हाॅलीवुड फिल्में देखने के बाद लगा था। लेकिन यात्रा अगर उसके स्वभाव में न होता तो इतनी लंबी यात्राएं वह कभी न कर पाता। यात्रा के दौरान लोगों से मिलना, उनकी कला संस्कृति से रूबरू होना प्रदीप का शगल है। दुनियाभर में प्रदीप के अब तक सैकड़ों दोस्त बन चुके हैं। यात्राओं के दौरान प्रदीप गांवाें में रहना पसंद करते हैं। ज्यादातर रातें वह अपने टेंट में गुजारते हैं। यात्रा की वीडियो वह इंटरनेट मीडिया पर शेयर करते रहते हैं।\

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