जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमने आने वाले सैलानियों की तादाद में आई कमी, जानिए
विश्वविख्यात कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमने आने वाले सैलानियों की तादाद में कुछ सालों से कमी आई है। स्वदेशी पर्यटक हो या विदेशी।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 18 Apr 2019 04:35 PM (IST)
रामनगर, त्रिलोक रावत : विश्वविख्यात कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमने आने वाले सैलानियों की तादाद में कुछ सालों से कमी आई है। स्वदेशी पर्यटक हो या विदेशी। साल दर साल पर्यटकों का ग्राफ गिरने से सरकार को मिलने वाला राजस्व भी कम हुआ है।
कॉर्बेट पार्क में स्वछंद करते बाघों, चिंघाड़ते हाथी, कुलांचे मारते हिरणों के झुंड, नृत्य करते मयूर तथा विभिन्न प्रजाति के पशु-पक्षियों के लिए मशहूर है। वन्य जीवों की मौजूदगी के बीच शांत वातावरण में प्रकृति की गोद में भ्रमण करना भी रोमांच पैदा करता है। पिछले कुछ समय से कॉर्बेट पार्क में पर्यटकों की संख्या लगातार घट रही है। वर्ष 2018-19 में पार्क प्रशासन को 8,64,5812 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। जो पहले वित्तीय वर्ष से 11.37 लाख रुपये कम है। इसके अलावा वर्ष 2018-19 में 2,83281 स्वदेशी विदेशी पर्यटक पहुंचे। जो पिछले साल की तुलना में 1526 कम हैं। इतना ही नहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या भी घटी है। जबकि वर्ष 2017-18 में पार्क में 284807 पर्यटक आए थे। इन पर्यटकों से पार्क प्रशासन को 8,75,92703 रुपये का राजस्व मिला था।
निदेशक ने बताया ये कारण
राहुल, निदेशक सीटीआर रामनगर ने बताया कि पिछले साल ढिकाला सात दिन देर से खुला था। इसके अलावा डे विजिट के लिए पर्यटकों की जिप्सियों की संख्या भी कुछ समय के लिए दस-दस की गई थी। इस वजह से राजस्व कुछ कम आया होगा।
होटल व्यवसायी का ये है कहना
हरीमान, अध्यक्ष होटल एसोसिएशन रामनगर का कहना है कि पर्यटकों को जो बुकिंग तीन यार चार माह पहले मिलनी चाहिए, वह केवल 15 दिन पहले ही कन्फर्म होती है। इससे पर्यटकों को न तो टे्रन का टिकट मिल पाता है और न फ्लाइट मिल पाती है।
वर्ष पर्यटक राजस्व2015-16 283308 91987796 करोड़
2016-17 291038 96863894 करोड़2017-18 284807 87592703 करोड़2018-19 283281 86454812 करोड़
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